Home देश क्‍या लाखों में होती है एमबीबीएस डॉक्‍टर की सैलेरी? कितनी होती है...

क्‍या लाखों में होती है एमबीबीएस डॉक्‍टर की सैलेरी? कितनी होती है इनकी कमाई

11

भारत में मेडिकल कोर्सेज के लिए होने वाली परीक्षा नीट में इस साल लगभग 23 लाख उम्‍मीदवारों ने हिस्‍सा लिया था. मेडिकल कोर्स करने वाले हर स्‍टूडेंट की तमन्‍ना होती है कि उसका एडमिशन किसी तरह एमबीबीएस में हो जाए. पांच साल दिन रात मेहनत करके एमबीबीएस बनने वाले डॉक्‍टर जब कॉलेज से पास आउट होकर निकलते हैं, तो उन्‍हें किसी सरकारी या प्राइवेट हास्‍पिटल का रूख करना होता है.

अक्‍सर अधिकांश डॉक्‍टरों को प्राइवेट अस्‍ताल से अपने करियर की शुरूआत जूनियर डॉक्‍टर के रूप में करनी होती है. हेल्‍थ सेक्‍टर में अब कई सुपर स्‍पेशलिटी अस्‍पताल के ब्रांड उतर चुके हैं, जिनके अस्‍पतालों की एक लंबी चेन है. ऐसे में इन डॉक्‍टर्स को आसानी से वहां नौकरियां मिल जाती हैं. अपोलो, मैक्‍स, फोर्टिस समेत तमाम प्राइवेट अस्‍पताल नए डॉक्‍टरों को मौके देते हैं. इस दौरान उन्‍हें ₹1.5 लाख से लेकर ₹3 लाख सालाना तक का पैकेज मिलता है. अनुभव के साथ यह पैकेज भी बढ़ता जाता है. इसी तरह अगर सरकारी अस्‍पताल के जूनियर रेजिडेंट डॉक्‍टर की बात करें, तो उन्‍हें 60 से लेकर 90 हजार तक की सैलेरी मिलती है.

किसे मिलती है 22 लाख तक की सैलेरी
पांच से अधिक का अनुभव हो जाने पर एमबीबीएस डॉक्‍टरों की सैलेरी एक लाख से लेकर दो लाख तक मिलती है, वहीं स्‍पेशलिस्‍ट डॉक्‍टर्स की सैलेरी 2 से 3 लाख महीने तक होती है. इस तरह अनुभवी डॉक्‍टरों को 10 से 24 लाख तक का सालाना पैकेज मिलता है. सरकारी अस्‍पतालों में एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्‍टर को 16 लाख रुपये सालाना तक का वेतन मिलता है. 10 साल से अधिक अनुभवी सीनियर एमबीबीएस डॉक्‍टरों की सैलेरी 4 लाख महीने तक होती है. जिन डॉक्‍टरों को काम का लंबा अनुभव हो जाता है. उन्‍हें सुपर स्‍पेशलिस्‍ट डॉक्‍टर्स कहा जाता है. प्राइवेट सेक्‍टर में ऐसे डॉक्‍टरों को 5 लाख से लेकर 10 लाख तक की सैलेरी मिलती है. अपने अनुभव के आधार पर किसी बड़े अस्‍पताल के टॉप मैनेजमेंट पर पहुंचने वाले एमबीबीएस डॉक्‍टर 10 लाख रुपये मंथली की सैलेरी भी पाते हैं. कई डॉक्‍टर्स का पैकेज इससे भी अधिक होता है.

क्‍लिनिक से भी होती है कमाई
अनुभवी होने पर एमबीबीएस डॉक्‍टर अपना प्राइवेट क्‍लिनिक भी खोल लेते हैं और यहां से भी कमाई कर सकते हैं. कई बार कुछ डॉक्‍टर्स अपने क्‍लिनिक के अलावा कुछ नर्सिंग होम्‍स में भी सेवाएं देते हैं. वहां से भी उनकी मोटी कमाई होती है. इस तरह एमबीबीएस का कोर्स करने के बाद उम्‍मीदवारों के पास कई तरह के ऑप्‍शन होते हैं और एक एमबीबीएस डॉक्‍टर अच्‍छी खासी कमाई करता है.