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कोई खिड़की से तो कोई बोरे की तरह ट्रेन में ठूंसा गया, परदेसियों का दर्द- यहां फैक्ट्री होती तो बाहर नहीं जाना पड़ता

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बिहार में महापर्व छठ के संपन्न होते ही अब परदेसी अपने अपने काम पर लौटने लगे हैं. दिल्ली मुंबई जाने वाली गाड़ियों में काफी भीड़ देखी जा रही है. मुजफ्फरपुर जंक्शन पर इसको लेकर विशेष व्यवस्थाएं की गई है. मुजफ्फरपुर जंक्शन पर मुंबई जाने वाली पवन एक्सप्रेस में काफी भीड़ देखी जा रही है. जनरल बोगी में चढ़ने वाले यात्रियों के लिए लंबी कतारें लगी हुई है. इसको लेकर RPF के जवान लगातार यात्रियों को अलर्ट भी कर रहे हैं.

वहीं छठ के बाद मुंबई लौट रहे मजदूरों का कहना है कि दो दिन पहले छठ संपन्न हुआ, ऐसे में जाने का मन नहीं करता. लेकिन, मजबूरी है जाना पड़ेगा. अगर बिहार में फैक्ट्री होती तो ऐसे परदेस नहीं जाना पड़ता. वहीं कई यात्रियों का दर्द है कि उन्हें सीट नहीं मिल रही, हजारों किलोमीटर की यात्रा उन्हें ट्रेन के दरवाजे पर खड़े होकर करनी पड़ेगी. आलम यह है कि ट्रेन में यात्री किसी तरह खिड़की से भी प्रवेश कर जाना चाह रहे हैं. गेट पर भारी भीड़ होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.

मुजफ्फरपुर से मुंबई जा रहे एक यात्री विकास कुमार ने बताया कि वह मुंबई में राजमिस्त्री का काम करते हैं. छठ पूजा के अवसर पर बिहार आए थे. अब वापस लौट रहे हैं. लेकिन, ट्रेन में इतनी भीड़ है कि यात्रा करने में काफी दिक्कत होगी. वहीं एक दूसरे यात्री सूरज कुमार ने बताया कि वह मुंबई में किसी कंपनी में काम करते हैं. अभी हाल ही में बिहार आए थे. अब काम पर वापस लौट रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर बिहार में ही कंपनी और फैक्ट्री होती तो हमलोगों को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता.

वहीं अन्य यात्री नीरज कुमार, अखिलेश कुमार और मनितोष कुमार ने बताया कि ट्रेन में इतनी भीड़ है कि लगता है खड़े होकर यात्रा करनी पड़ेगी. बिहार में रोजगार के अवसर नहीं होने की वजह से यहां के लोगों को परदेस जाकर काम करना पड़ता है. अगर बिहार सरकार यहीं कुछ बेहतर इंतजाम कर दे तो हमलोग बाहर क्यों जाएंगे. वहीं यात्रियों की भीड़ को लेकर आरपीएफ के असिस्टेंट कमानडेंट रुपवंत तिर्की ने बताया कि भीड़ को देखते हुए हमलोगों ने पूरी तैयारी कर रखी है. यात्रियों को कतार बनाकर ट्रेन में प्रवेश कराया जा रहा है. यात्रियों से अपील है कि वह ट्रेन के अंदर जाने के लिए धक्का मुक्की नहीं करें.