दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का है. टर्मिनल थ्री के प्री-इंबार्केशन सिक्योरिटी चेक प्वाइंट पर हवाई यात्रा पर जा रहे पैसेंजर्स के हैंड बैग की स्कैनिंग की जा रही थी. इसी बीच, सीआईएसएफ के स्क्रीनर सब इंस्पेक्टर रजनीश चौधरी की निगाह एक बैग पर टिक जाती है. एक्स-रे स्क्रीन वा नजर आ रही इस बैग की इमेज के भीतर दो संदिग्ध डिवाइस भी नजर आ रही थीं.
सब इंस्पेक्टर रजनीश ने तत्काल फिजिकल चेक के लिए इस बैग को अगल किया और फिर उस पैसेंजर की तलाश शुरू हुई, जिसका यह बैग था. पैसेंजर की मौजूदगी में बैग की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान, बैग के भीतर दो डिवाइस निकली. तफ्तीश में पता चला कि बरामद डिवाइस जीपीएस डिवाइस है. ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटीज (बीसीएएस) के मैनुअल के अनुसार फ्लाइट में जीपीएस डिवाइस ले जाना प्रतिबंधित है.
पैसेंजर के पास नहीं थे सवालों के जवाब
लिहाजा, इस पैसेंजर को हिरासत में लेकर इस जीपीएस डिवाइस को लेकर पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान, पैसेंजर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, जिसके चलते सीआईसएफ ने इस पैसेंजर को आईजीआई एयरपोर्ट के हवाले कर दिया. वहीं एयरपोर्ट पुलिस ने इस पैसेंजर के खिलाफ टेलीकम्युनिकेश एक्ट की धारा 42 (2) (D) के तहत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
पैसेंजर से एयरपोर्ट पुलिस कर रही है पूछताछ
वहीं, गिरफ्तार हुए इस पैसेंज की पहचान अरविंद टक्कल्पल्ली के रूप में हुई है. वह इंडिया एयरलाइंस एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1067 से गुवहाटी जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था. पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस ये जीपीएस डिवाइस कहां से मिली और किस इरादे से वह फ्लाइट में यह जीपीएस डिवाइस लेकर जा रहा था.