दुनिया का कर्ज को बोझ बढता ही जा रहा है. क्या विकसित और क्या विकाशील देश, सब सरकारें कर्ज लेकर ही काम चला रही हैं. यही वजह है कि दुनिया का सरकारी कर्ज 102 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 84.66 लाख करोड़ रुपये) हो गया है. आईएमएफ की ‘अक्टूबर 2024 विश्व आर्थिक परिदृश्य’ रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 की तुलना में 2024 में दुनिया के कर्ज में $5 ट्रिलियन की वृद्धि हो गई है. आगे भी कर्ज के तेज गति से बढ़ने की आशंका है. ऐसा वृद्ध होती जनसंख्या, बढ़ती स्वास्थ्य देखभाल लागतों और भू-राजनीतिक तनावों के कारण रक्षा खर्च में वृद्धि के कारण होगा. खास बात यह है कि दुनिया में सबसे ज्यादा कर्ज अमेरिकी सरकार पर है. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले इस देश की संघीय सरकार का कर्ज 36 ट्रिलियन डॉलर पहुंच चुका है. यह अमेरिकी जीडीपी का करीब 125 फीसदी है. दुनिया के कुल कर्ज का 34.6 फीसदी केवल अमेरिका पर है.
दुनिया के सबसे ज्यादा सरकारी कर्ज वाले देशों की सूची में भारत सातवें स्थान पर है. दुनिया की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था भारत पर पिछले कुल 3.057 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है, जो वैश्विक कर्ज का 3.2 फीसदी है.भारत के सरकारी कर्ज में 2019 के बाद से 74% की वृद्धि हुई है. हालांकि, अपनी मजबूत आर्थिक वृद्धि और राजस्व बढ़ाने वाली राजकोषीय नीतियों के कारण, जीडीपी के प्रतिशत के रूप में कर्ज 2024 में 83.1% से घटकर 2028 तक 80.5% होने का अनुमान है.
दूसरे नंबर पर चीन
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश की सरकार भी कर्ज में डूबी हुई है. चीन पर 14.69 ट्रिलियन डॉलर कर्ज है. चीन के पास वैश्विक सरकारी कर्ज का 16.1% हिस्सा है. अगले पांच वर्षों में, चीन का कर्ज-से-जीडीपी अनुपात 2024 के 90.1% से बढ़कर 111.1% तक पहुंचने का अनुमान है. सरकारी कर्ज के मामले में जापान तीसरे नंबर पर है. जापान के सिर 10.79 ट्रिलियन डॉलर कर्ज चढा हुआ है. यह दुनिया के कुल सरकारी कर्ज का दस फीसदी है. जापान के बाद इंग्लैंड का नंबर आता है. इंग्लैंड के सिर 3.46 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज था. यह ग्लोबल डेट का 3.6 फीसदी है.
इस लिस्ट में फ्रांस पांचवें और इटली छठे नंबर पर है. फ्रांस पर 3.35 ट्रिलियन डॉलर और इटली पर 3.14 ट्रिलियन डॉलर का कर्ज है. दुनिया में सबसे कम कर्ज इराक, चिली, चेक गणराज्य, वियतनाम, हंगरी, यूएई. बांग्लादेश, यूक्रेन, ताइवान, रोमानिया, नॉर्वे, स्वीडन, कोलंबिया, आयरलैंड और फिनलैंड पर है.