इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जंग जारी है. इजराइली बलों ने गुरुवार को यमन की राजधानी सना और पश्चिमी शहर होदेदाह पर कई हमले किए, जिसमें कम से कम छह लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए. सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए. यह बमबारी तब हुई जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस सना एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे.
CNN की रिपोर्ट के अनुसार घेब्रेयसस ने कहा कि वह और संयुक्त राष्ट्र की एक टीम विमान में चढ़ने ही वाले थे कि हवाई अड्डे पर बमबारी हुई. घेब्रेयसस ने एक बयान में कहा, “जब हम सना से अपनी उड़ान भरने वाले थे… हवाई अड्डे पर हवाई बमबारी हुई. हमारे विमान के चालक दल के एक सदस्य घायल हो गए.” उन्होंने आगे कहा कि वह और उनकी टीम सुरक्षित हैं.
“एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल टावर, प्रस्थान लाउंज – जहां हम थे, वहां से कुछ मीटर की दूरी पर – और रनवे क्षतिग्रस्त हो गए. हमें हवाई अड्डे को हुए नुकसान की मरम्मत होने तक इंतज़ार करना होगा, उसके बाद ही हम वहां से निकल सकते हैं.” वहीं हूती विद्रोही ने कहा कि हमलों में कुल मिलाकर कम से कम 40 लोग घायल हुए हैं. उन्होंने हमले को “एक क्रूर आक्रमण” बताते हुए बदला लेने की कसम खाई. हूतियों ने बयान में कहा, “हम पुष्टि करते हैं कि हमारी प्रतिक्रिया जल्द ही होगी. इजरायली आक्रमण को दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा.”
इजरायल ने हमले को लेकर क्या कहा?
इज़रायली सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने ईरान समर्थित हूतियों के “सैन्य ठिकानों” पर हमला किया. इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने एक बयान में कहा, “IDF द्वारा जिन ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और हेज़्याज़ और रास कनातिब बिजलीघरों में हूती आतंकवादी शासन द्वारा अपनी सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैन्य बुनियादी ढांचे शामिल हैं.”
इसके अलावा, IDF ने कहा कि उसने पश्चिमी तट पर होदेइदाह, सालिफ़ और रास कनातिब बंदरगाहों में “सैन्य बुनियादी ढांचे” पर हमला किया. इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि इन सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल ईरान समर्थित हूतियों द्वारा “क्षेत्र में ईरानी हथियारों की तस्करी करने और वरिष्ठ ईरानी अधिकारियों के प्रवेश के लिए” किया गया था.