पाकिस्तान भारत को आंख दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ता. एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत से रिश्ते खराब होने का ठीकरा भारत पर ही फोड़ दिया. कहा-कोई भी रिश्ता एकतरफा नहीं हो सकता. बेहतर संबंधों के लिए हमेशा दो लोगों की जरूरत होती है. उन्होंने इसे T फॉर टैंगो रिलेशन (Tango) करार दिया. उनके इस बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ऐसा जवाब दिया कि अब इशाक डार कभी ऐसी बात नहीं करेंगे. विदेश मंत्रालय ने उन्हें T का सही मतलब समझाया.
इशाक डार के बयान पर जब विदेश मंत्रालय का रिएक्शन पूछा गया तो उन्होंने सीधे शब्दों पर पाकिस्तान से दोस्ती न होने की वजह बता दी. विदश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, जहां तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बयान का सवाल है, उन्होंने टैंगो शब्द का इस्तेमाल किया. इसमें जो T शब्द है, उसका सही मतलब टैंगो नहीं बल्कि टेररिज्म यानी आतंकवाद है. भारत वर्षों से कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सिर्फ एक शर्त पर सुधर सकते हैं, जब वह आतंकवाद का साथ छोड़ेगा. उससे पहले किसी तरह की बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है.
क्यों खराब हुए रिश्ते
पाकिस्तान लगातार भारत में आतंकी भेजकर मुसीबत खड़ी करता था. भारत उससे लड़ ही रहा था कि पुलवामा अटैक हो गया. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप पर जबरदस्त बम बरसाए. इससे रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए. 5 अगस्त, 2019 को भारत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया तो पाकिस्तान को मिर्ची लग गई. खूब बयानबाजी हुई. इससे रिश्ते रसातल में चले गए. भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक रिश्ते भी कम कर दिए.
जयशंकर के जाने से बढ़ी थीं उम्मीदें
विदेश मंत्री एस जयशंकर एससीओ समिट में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद गए तो पाकिस्तान की उम्मीदें बढ़ गईं. जयशंकर कहते रहे कि वे सिर्फ एक जिम्मेदार देश होने की वजह से समिट में हिस्सा लेने आए हैं. लेकिन पाकिस्तान में तो खुशियां थीं. जयशंकर और इशाक डार के बीच मुलाकात की तस्वीरें खूब शेयर हुईं. लेकिन फिर भारत का रुख नरम नहीं हुआ. भारत साफ कर चुका है, जब तक आतंक खत्म नहीं होगा, बातचीत नहीं हो सकती.