भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी मुकाबले में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन मेजबान टीम के सामने जीत के लिए 162 रन का लक्ष्य था. ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट गंवाकर इसे आसानी से हासिल किया. 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला अपने नाम करने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने एक दशक बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर फिर से कब्जा जमाया. 3-1 की जीत के साथ ही कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने वो कर दिखाया जो सीरीज शुरू होने से पहले कहा था. इस हार के बाद भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी खत्म हो गई है.
ऑस्ट्रेलिया ने 2014 के बाद लगातार हार का सामना करने के बाद फिर से इस ट्रॉफी को अपने नाम किया है. पिछली चार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भारतीय टीम के नाम रही थी. टीम इंडिया ने अपने घर पर 2016 में खेलते हुए सीरीज पर कब्जा जमाया था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 2018 और 2020 में सीरीज जीतकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को जीता था. 2022 में भारत में खेली गई सीरीज में भी भारतीय टीम को जीत मिली थी.
3 दिन में खेल खत्म
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में भारतीय टीम तीन दिन भी नहीं टिक पाई. पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 185 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 181 रन पर समेटकर 4 रन की बढ़त बनाई. टीम इंडिया के पास बड़ा स्कोर खड़ा कर मैच को अपने नाम करने का मौका था लेकिन पूरी टीम दूसरी पारी में महज 157 रन पर ढेर हो गई. 162 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए मेजबान टीम के पास 3 लगभग 3 दिन का वक्त था. तीसरे दिन का लगभग पूरा खेल बचा था और इसके बाद दो दिन और मुकाबला खेला जाना था.
बुमराह के 32 विकेट गए बेकार
भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अपनी जान झोंक दी और 32 विकेट लेकर नया कीर्तिमान बनाया लेकिन यह सब बेकार चला गया. ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ 3-1 से 5 मैचों की सीरीज को अपने नाम कर बड़ा झटका दिया. ऑस्ट्रेलिया में सीरीज खेलकर बिशन सिंह बेदी ने 31 विकेट लेकर जो रिकॉर्ड बनाया था वो इस सीरीज में टूटा लेकिन जसप्रीत बुमराह इसे कभी याद नहीं करना चाहेंगे क्योंकि ये विकेट टीम को जीत नहीं दिला पाए.