आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की अलग-अलग टीमों ने बेउर जेल के जेल अधीक्षक बिधु कुमार के विभिन्न ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में शनिवार को छापेमारी की. बेऊर जेल के अधीक्षक विधु कुमार के कुल आठ ठिकानों पर EOU ने दबिश दी. इसके साथ ही EOU ने बिधु कुमार के करीबी मोतिहारी निवासी नीरज कुमार के ठिकाने पर भी रेड किया था. नीरज कुमार विधु कुमार की दूसरी पत्नी का बिजनेस पार्टनर बताया जाता है. खास बात यह कि EOU की रेड के दौरान एक फोटो सामने आया है जिसमें नीरज कुमार और जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर एक साथ दिख रहे हैं. अब यह तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. बताया जाता है कि नीरज कुमार प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के संस्थापक में से एक हैं.
जानकारी के अनुसार, बिधु कुमार और नीरज कुमार की जान पहचान मोतिहारी में हुई थी और वहीं से ये दोनों में काफी घनिष्ठ मित्र हो गए थे. नीरज कुमार के ठिकानों पर छापेमारी में रुपए और कई अन्य सामान भी EOU ने जब्त किया है. बता दें कि EOU की विशेष टीम ने आज बिधु कुमार के आठ ठिकाने पर की छापेमारी की कार्रवाई की थी. पटना में 6 और मोतिहारी में 2 ठिकानों पर एक साथ रेड डाली गई. आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी की कार्रवाई के तहत विधु कुमार के बेउर जेल स्थित कार्यालय और आवास के अतिरिक्त गोला रोड के पास मौजूद उनके निजी घर, बिहटा के पास विशनपुरा स्थित पैतृक घर के अलावा मोतिहारी और रक्सौल में एक एक ठिकानों पर की गई छापेमारी की कार्रवाई की गई. इस दौरान उनके ठिकानों से बड़ी संख्या में जमीन जायदाद के निवेश से लेकर अन्य कई तरह के कागजात बरामद हुए.
जब्त कागजातों की जांच जारी है. जांच के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि किस किस मद में कितनी अवैध राशि का निवेश किया गया है. बिधु कुमार बेउर से पहले कटिहार, पूर्णिया और मधुबनी जेलों के भी अधीक्षक रह चुके हैं. विधु कुमार पर पद का दुरुपयोग कर अवैध कमाई के साक्ष्य मिले हैं. अब तक की जांच में यह बात भी सामने आई कि मोतिहारी के एक बिल्डर नीरज कुमार सिंह की कंपनी श्रीकलश आवास डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मंडल में बिधु कुमार की दूसरी पत्नी अरचि कुमारी निदेशक हैं. वह सितंबर 2023 में कंपनी की निदेशक बनीं थीं. इनके माध्यम से काराधीक्षक की काली कमाई के बड़े हिस्से का निवेश किया गया है.
जानकारी के अनुसार, इनकी बदौलत ही नीरज और उसकी कंपनी का लेनदेन कुछ ही वर्षों में करोड़ों रुपये का हो गया है. EOU की टीम जब मोतिहारी स्थित नीरज के ठिकाने पर छापेमारी करने पहुंची, तो वह पहले ही फरार हो चुके थे. उनकी तलाश शुरू कर दी गई है, ताकि उससे अवैध कमाई से जुड़े पूरे मामले को लेकर पूछताछ की जा सके. इसके अलावा रक्सौल में विधु कुमार के सीए कमल मसकरा के ठिकाने पर भी की गई. छापेमारी छापेमारी के दौरान CA की भी एक कंपनी का पता चला है जिसमें उसके निवेश की जानकारी मिली है.