गौरतलब है कि डौंडी विकासखंड के ग्राम गुजरा से अड़जाल जाने वाली सड़क के जीर्णोधार के लिए लगभग 30 लाख रुपए का कार्यादेश जारी किया गया है. इसमें गढ्ढों को भरकर दो परत में डामर डालना है, लेकिन ठेकेदार की ओर से निम्न स्तर का कार्य किए जाने, धूल मिट्टी को साफ किए बिना डामरीकरण का कार्य शुरू करने को लेकर आशंका व्यक्त की जा रही है कि आने वाली बरसात में ही पूरी सड़क उखड़ जाएगी.
मामले को बिगड़ता देख और इस प्रकार अधिकारियों की ओर से ठेकेदार को संरक्षण देने और कार्य की गुणवत्ता को लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने पीडब्ल्यूडी ईई माधेश्वर प्रसाद को पूरी वस्तुस्थिति से अवगत करवाया. इसके बाद ईई एम प्रसाद ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को स्वयं निरीक्षण करने और खराब निर्माण को उखाड़कर दोबारा बनाने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए.
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर लोक निर्माण विभाग बालोद के ईई माधेश्वर प्रसाद ने बताया कि मैं खुद जगह को जाकर देखूंगा, जो भी अनियमितता पाई जाएगी उस पर कार्रवाई की जाएगी.