एक तरफ नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार से शांति वार्ता की अपील की है, तो वहीं दूसरी ओर वे खून की होली भी खेल रहे हैं. नक्सलियों ने बीजापुर के सुदूर इलाके दरभा जैगूर में छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स (CAF) के जवान की दर्दनाक हत्या कर दी. यह घटना उस वक्त घटी जब जवान बाजार में गश्त कर रहे थे. इस हत्याकांड को नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने अंजाम दिया. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. सीएएफ अब आरोपियों की तलाश कर रही है. उसने इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी है.
जानकारी के मुताबिक, माओवादियों ने जिस जगह को हमले के लिए चुना वह सेना के कैंप से दो सौ मीटर की दूरी पर स्थित है. कुटरु थाना क्षेत्र के दरभा जैगूर में माना रायपुर के कंपनी कमांडर तेजी राम भुआर्य और प्रधान आरक्षक श्याम बिहारी साप्ताहिक बाजार में सुबह करीब साढ़े नौ बजे गश्त कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक सब्जी वाले को रोका और उससे चर्चा करने लगे. इस बीच नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने अचानक उन पर हमला कर दिया. नक्सलियों ने उन पर कुल्हाड़ी मार दी. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता वे तेजी से भाग गए. कंपनी कमांडर तेजऊ राम भुआर्य मौके पर ही शहीद हो गए.
शांति वार्ता के प्रस्ताव के बीच हमला
बता दें, नक्सलियों की स्मॉल टीम ने यह हमला तब किया, जब उनके लीडर ने सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार रहने की बात की है. इसके लिए भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने हाल ही में बाकायदा पत्र जारी किया है. ये पत्र बीजापुर के पत्रकारों को दिया गया था. इसमें विकल्प ने कहा कि शांति वार्ता के हमारी कुछ शर्ते हैं. इन शर्तों के मुताबिक, मुठभेड़ों और क्रॉस फायरिंग के नाम पर आदिवासियों की जघन्य हत्याएं बंद हों.