जिले में शासकीय योजना का लाभ लेने वाले हितग्राहियों को डरा धमकाकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर ठगों को सरगुजा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े तीनों ठग जिले सहित संभाग भर में करीब 30 लाख रूपये से अधिक की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके है.
जानकरी के मुताबिक, यह शातिर ठग खुद को केंद्र सरकार की योजनाओं का अधिकारी बताकर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाते थे. ठग लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. इन आरोपियों के खिलाफ बतौली और रघुनाथपुर चौकी क्षेत्र में ठगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके बाद सरगुजा पुलिस ने इन ठगों को पकड़ने विशेष टीम का गठन किया था.
इसी दौरान गंगापुर में दो मोटरसाइकिलो में तीन संदिग्ध व्यक्तियों के घूमने की सूचना पुलिस को मुखबिर से मिली. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें तीनों ने लोगो से ठगी करने की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.
जानिए कैसे ठगी को देते थे अंजाम
सरगुजा के एडिशनल एसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह तीनों शातिर ठग सरगुजा संभाग सहित अन्य राज्यों में भी प्रधानमंत्री आवास योजना और उज्ज्वला योजना का लाभ लेने वाले हितग्राहियों के सामने खुद को योजना का अधिकारी बताकर मकान निर्माण कार्य में अनियमित एवं देरी से निर्माण का हवाला देते हुए 20 से 30 हजार रूपये ऐंठ लेते थे.
बलिया उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं तीनों ठग
बता दें कि तीनों ठग बलिया उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. तीनों की पहचान रोहित तिवारी (25 वर्ष) निवासी गंगापुर तिवारी टोला मनियर बलिया (यूपी), कृष्णा कुमार पाण्डेय उम्र (35 वर्ष) पिता जवाहिर पाण्डेय निवासी बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (यूपी) और गौतम पाण्डेय उम्र (30 वर्ष) पिता हरेराम पाण्डेय बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (यूपी) के रूप में हुई है. मामले में पुलिस ने आरोपियों के पास से 24 हजार रूपये नगदी समेत 1 टैबलेट, तीन मोबाइल और आधार कार्ड जब्त किया है. सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई करते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.