कलेक्टर राहुल देव ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की गहन समीक्षा की. उन्होंने शिक्षा विभाग अंतर्गत विभिन्न मदों पर प्राप्त राशि के उपयोग के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और विभागीय कार्य में रूचि नहीं लेने वाले अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. वहीं कार्य में लापरवाही बरतने वाले डीएमसी को शोकाज नोटिस जारी किया.
DMC को नोटिस
नोडल अधिकारी के अनुमोदन के बिना प्राप्त आबंटन और व्यय संबंधित जानकारी छुपाने, शिक्षा सत्र में प्राप्त आबंटन का निर्धारित समयावधि में विभागीय दिशा-निर्देशानुसार क्रियान्वयन के लिए किसी भी प्रकार की रूपरेखा तैयार नहीं करने तथा प्राप्त आबंटन का लैप्स होने की स्थिति निर्मित होने पर जिला मिशन समन्वयक ओ.पी. कौशिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
शिक्षकों की अनुपस्थिति पर कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर ने स्कूलों में शिक्षकों की शतप्रतिशत उपस्थिति के संबंध में जानकारी ली और कहा कि जो शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित पाए जाते है, उन पर नियमानुसार कार्यवाही करें. उन्होंने कहा कि नए शिक्षा सत्र से पहले जिले के स्कूलों में सभी चीजें बेहतर हो जाए. स्कूलों में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलनी चाहिए, शिक्षा का माहौल अच्छा हो और एक बेहतर वातावरण का निर्माण होे. शिक्षा के क्षेत्र में जिले का नाम टाॅप पर आए, इसके लिए सभी संबंधित अधिकारी प्रयास करें. कलेक्टर ने सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में समर कैंप के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित किया और कहा कि समर कैम्प में डांस, सिंगिंग, चित्रकला सहित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाए.
मतदाता जागरूकता पर जोर
कलेक्टर ने स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर शत प्रतिशत मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक करने के भी निर्देश दिए. जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करें. शिक्षा में नवाचार करते हुए बच्चों का ज्ञानवर्धन करें. समय-समय पर विभागीय बैठक आयोजित कर जो कमी हो, उसे दुरूस्त करें. अगर कोई समस्या हो तो, जिला प्रशासन को अवगत भी कराएं, ताकि समय पर उसका समाधान किया जा सके. इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी चन्द्रकुमार घृतलहरे सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी और बीआरसी मौजूद रहे.