कांकेर में हुए नक्सली मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच होगी. कलेक्टर ने जांच के आदेश जारी कर दिये हैं. छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के बिनागुंडा में 16 अप्रैल को 29 नक्सली मारे गये थे. मुठभेड़ की जांच का जिम्मा पखांजूर एसडीएम को सौंपा गया है.
एसडीएम 11 बिंदुओं पर जांच कर 3 सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करेंगे. मुठभेड़ में मारे गए सभी 29 नक्सलियों की पहचान और इनाम का खुलासा हो गया है. पुलिस से जानकारी मिली है कि 29 नक्सली एक करोड़ 78 लाख रुपये के इनामी थे.
कांकेर मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
माओवादी संगठन के डिवीसीएम कमांडर शंकर राव सबसे ज्यादा 25 लाख का इनामी था. महिला नक्सली कमांडर ललिता 10 लाख रुपये की इनामी थी. बचनु मंडावी पर 10 लाख और मुठभेड़ में मारे गए अन्य सभी नक्सलियों पर 10 लाख, 8 लाख, 6 लाख, 5 लाख और 2 लाख रुपये का भी इनाम घोषित था.
सुरक्षा बलों ने एक करोड़ 78 लाख रुपये के इनामी नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया. जिला निवार्चन अधिकारी और कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जानकारी दी कि डीआरजी और बीएसएफ के जवानों से नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश जारी हो गये हैं. पखांजूर के एसडीएम को जांच अधिकारी बनाया गया है.
एक करोड़ 78 लाख का घोषित था इनाम
कलेक्टर ने बताया कि मुठभेड़ के मामले में 11 बिंदुओं पर जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने से पहले कलेक्टर ने ज्यादा नहीं बताया. एसपी कल्याण एलेसेला से मिली जानकारी के मुताबिक मारे गये 29 नक्सलियों पर एक करोड़ 78 लाख का इनाम सिर्फ छत्तीसगढ़ पुलिस की तरफ से है. उन्होंने बताया कि तेलंगाना, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र की पुलिस ने भी मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों पर लाखों का इनाम घोषित कर रखा था. उन्होंने कहा कि 29 नक्सलियों के मारे जाने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. फिलहाल कांकेर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण का मतदान होना है. मतदान के लिए सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की जा रही है.