दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन (SECR ) के रायपुर रेल मंडल में अब अवैध वेंडरों को आरपीएफ की कार्रवाई का खौफ नहीं है. या यू कहें कि आरपीएफ भी यही चाहती हो कि अवैध वेंडर ट्रेनों में चलते रहे! यही कारण है कि ट्रेनों में आरपीएफ और अवैध वेंडरों की मिली-जुली सरकार देखने मिलती है. मिली-जुली इसलिए क्योंकि कागजों में दिखाने के लिए आरपीएफ ट्रेनों में वेंडरों को पकड़ती भी है और उन्हीं ट्रेनों में फिर से वेंडर अवैध वेंडिंग भी करते है. लेकिन कार्रवाई महीने में 1-2 बार होती है और वेंडर रोज चलते है.
यानी यदि कोई पूछे तो आरपीएफ जवाब देती है हम तो लगातार कार्रवाई करते है… लेकिन ये नहीं बताते कि महीने में 1-2 बार वेंडर पर कागजों में कार्रवाई होती है, जुर्माना वसूला जाता है और वो बाकी दिन रोज अवैध वेंडिंग करते है. अब इस मिली-जुली सरकार के लिए क्या फंडा आरपीएफ अपनाती है ये तो वो ही बेहतर बता सकते है.
इसी बीच दुर्ग में कमर्शियल विभाग ने आरपीएफ इंस्पेक्टर को एक पत्र लिखा है, जिसमें अवैध वेंडर के पकड़ने की बात लिखी गई है औऱ आगामी कार्रवाई करने के लिए उसे सौंपा गया है. SECR