देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इस समय बैंक में कर्मचारियों को रखने की प्रक्रिया में है. अपने तिमाही नतीजों के एलान के समय एसबीआई चेयरमैन दिनेश खारा ने यह जानकारी दी थी. बैंक के चेयरमैन के मुताबिक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 12 हजार कर्मचारियों की भर्ती करने वाली है जिन्हें आईटी सहित विभिन्न भूमिकाओं के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी और बैंक में अलग-अलग विभागों में भेजा जाएगा.
एसबीआई में कर्मचारियों की मौजूदा संख्या
वित्त वर्ष 2023-24 के खत्म होने तक देश के सबसे बड़े बैंक में 2,32,296 कर्मचारी थे जो वित्त वर्ष 2022-23 के 2,35,858 कर्मचारियों की तुलना में कम हैं. लिहाजा बैंक को नए कर्मचारियों की जरूरत है और इसके लिए भर्ती की जा रही है. दिनेश खारा ने बैंक के वित्तीय परिणामों का ऐलान करते समय ये बताया था कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 24 फीसदी बढ़कर 20,698 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
जानिए बैंक का क्या है हायरिंग प्लान
- करीब 11-12 हजार कर्मचारियों को रखने की प्रक्रिया चल रही है.
- नए भर्ती किये गये लोगों को बैंकिंग की समझ विकसित करने के लिए अवसर दिया जायेगा.
- इसके बाद बैंक उन्हें एसोसिएट की विभिन्न भूमिकाओं में नियुक्त करेगा.
- नए भर्ती किए गए कुछ लोगों से कुछ को आईटी में भी रखा जायेगा.
- ये आम कर्मचारी होंगे लेकिन एसबीआई के पास ऐसा सिस्टम है जिसमें एसोसिएट लेवल और अधिकारी स्तर में करीब 85 फीसदी इंजीनियर होते हैं.
एसबीआई ने दिया है तगड़ा डिविडेंड
बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 13.70 रुपये के डिविडेंड का भी ऐलान किया है. 31 मार्च 2024 को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध एनपीए एक साल पहले के 0.67 फीसदी से घटकर 0.57 फीसदी पर आ चुका है. इसके अलावा चौथी तिमाही में बैंक का राजस्व एक साल पहले के 1.06 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.28 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.