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अदाणी फाउंडेशन ने एसीसी चिल्हाटी साइट पर बोहरडीह के किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाली लिफ्ट सिंचाई से परिचित कराकर वहनीय कृषि को दिया बढ़ावा

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* एसीसी और अदाणी फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ के बोहरडीह गांव के 64 किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाली लिफ्ट सिंचाई पद्धति से परिचित कराया
* इस पहल के तहत गांव की 54 एकड़ कृषि भूमि शामिल है, जिससे उन्हें पहले की एक फसल के बजाय साल में 3 फसलें उगाने का अवसर मिला, जिससे उनकी उपज और आय में वृद्धि हुई है।

बिलासपुर / चिल्हाटी : विविधीकृत अदाणी पोर्टफोलियो की सीमेंट एवं निर्माण सामग्री कंपनी, एसीसी लिमिटेड अपने परिचालन के दायरे में आने वाले समुदायों के लिए वहनीय आजीविका प्रदान करने के संबंध में दृढ़ता से प्रयास कर रही है, जिसमें दक्ष कृषि तकनीकें भी शामिल हैं। एसीसी ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एसीसी चिल्हाटी साइट के पास बोहरडीह गांव के किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाली लिफ्ट सिंचाई पद्धति से परिचित कराकर उनकी मदद की।
सीएसआर टीमों ने पाया कि पानी की कमी वाले क्षेत्र में सिंचाई के लिए दक्ष जलापूर्ति की आवश्यकता है। उन्होंने बोहरडीह में 64 किसानों को 20 एचपी सौर ऊर्जा से चलने वाली लिफ्ट सिंचाई प्रणाली प्रदान की, जिससे यहां कुल 54 एकड़ कृषि भूमि सिंचाई की जा सके। किसान इस मदद की वजह से न केवल अपनी खेती योग्य भूमि का क्षेत्रफल बढ़ाने, समय, ऊर्जा के उपयोग और श्रम की लागत बचाने में कामयाब हुए, बल्कि पूरे साल खेती भी करते रहे। पहले जहां एक ही तरह की एक फसल उगाई जा सकती थी, वहीं आज बोहरडीह के किसान तीन फसलें उगाकर सालों भर गेहूं, सूरजमुखी, मटर, साथ ही अन्य सब्जियों सहित कई तरह की फसल उगा पा रहे हैं।
उदाहरण के लिए हीरा प्रसाद साहू को लें, जिनकी आय का एकमात्र स्रोत खरीफ की फसल हुआ करती थी, जिसके बाद उन्हें अपने सात सदस्यों के परिवार का भरण-पोषण करने के लिए मज़दूरी करने के लिए गांव छोड़ना पड़ता था। आज, सौर लिफ्ट सिंचाई प्रणाली से निरंतर जलापूर्ति के साथ, वे साल में तीन फसलें उगा सके, जिससे उनकी आय 40,000 रुपये तक बढ़ गई और उन्हें पूरे साल अपने गांव में बने रहने के लिए प्रोत्साहन मिला।
एसीसी और अदाणी फाउंडेशन ऐसी और भी सफलता के प्रतिमान गढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके तहत नवीनतम प्रौद्योगिकी द्वारा सशक्त और समन्वित प्रयासों के ज़रिये वहनीय आजीविका का समर्थन करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

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