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नीट विवाद के बाद UPSC सतर्क, अब AI बेस्ड CCTV से परीक्षाओं की निगरानी, फेस स्कैनिंग समेत होंगे ये इंतजाम

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नीट यूजी और यूजीसी नेट जैसी परीक्षाओं को लेकर विवादों के बीच संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने भी कई कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है. जिसमें एआई बेस्ड सीसीटीवी से लेकर आधार बेस्ड फिंगर प्रिट चेक तक शामिल हैं. यूपीएससी हर साल करीब 23 विभिन्न परीक्षाएं आयोजित करता है. जिसमें 26 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होते हैं.

यूपीएससी की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में ही हर साल 10 लाख के करीब अभ्यर्थी बैठते हैं. सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से देश की प्रशासनिक व्यवस्था संभालने वाले आईएएस-आईपीएस का चयन किया जाता है.

यूपीएससी चाहता है ये तकनीक

उम्मीदवारों के बायोमेट्रिक विवरणों का मिलान और क्रॉस चेक करने, परीक्षा के दौरान धोखाधड़ी, अनुचित साधनों का प्रयोग रोकने और उम्मीदवारों की विभिन्न गतिविधियों की निगरानी के लिए लेटेस्ट डिजिल टेक्नोलॉजी के लिए यूपीएससी ने 10 जून 2024 को टेंडर निकाला था. जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से निविदा आमंत्रित की गई थी. न्यूज 18 को मिले यूपीएससी के निविदा दस्तावेजों के अनुसार आयोग आधार बेस्ड फिंगरप्रिंट एथेंटिकेशन और फेशियल रिकॉग्निशन, ई-एडमिट कार्ड के क्यूआर कोड की स्कैनिंग और एआई बेस्ड सीसीटीवी वीडियो सर्विलांस सिस्टम चाहता है.

दो जगह सेव होगा कैंडिडेट्स का डेटा

आयोग का कहना है कि वह आधार बेस्ड फिंगरप्रिंट एथेंटिकेशन प्रोसेस, फेशियल रिकॉग्निशन, क्यूआर कोड स्कैनिंग के लिए उम्मीदवारों का डेटा सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को परीक्षा से सात दिन पहले उपलब्ध कराएगा. सर्विस प्रोवाइडर कंपनी पूरा डेटाबेसस और अप्लीकेशन सर्वर का रखरखाव देश के भीतर दो सिस्मिक जोन में करेगा. एक साइट होगी डीसी यानी डेटा सेंटर और दूसरी डीआर यानी डिजास्टर रिकवरी. यह तय सुनिश्चित किया गया है कि सर्विस प्रोवाइडर कंपनी गोपनियता बनाए रखेगी. वह किसी थर्ड पार्टी को परीक्षा से संबंधित कोई जानकारी नहीं देगी. यूपीएससी के अनुसार सुरक्षित वेब सर्वर के माध्यम से रियल टाइम अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम और जीपीएस कोऑर्डिनेट्स के माध्यम से रियल टाइम एनरोलमेंट एक्टिविटी मॉनिटरिंग का भी प्रावधान होगा.

एआई बेस्ड सीसीटीवी सर्विलांस से निगरानी

यूपीएससी के डॉक्यूमेंट्स के अनुसार परीक्षाओं में नजर रखने के लिए सीसीटीवी वीडियो सर्विलांस के साथ रिकॉर्डिंग और लाइव ब्रॉडकास्ट सिस्टम का भी इस्तेमाल करेगा. प्रत्येक परीक्षा हॉल में पर्याप्त संख्या में कल सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. 24 उम्मीदवारों पर कम से कम 1 सीसीटीवी कैमरा होगा. इसके अलावा प्रवेश/निकास द्वार और कंट्रोल रूम आदि में भी सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे. ये कैमरे एआई बेस्ड होंगे. किसी भी असामान्य गतिविधि पर अलर्ट करेंगे.

परीक्षा स्थल पर होंगे जैमर

डॉक्यूमेंट्स के अनुसार यूपीएससी, नई दिल्ली में कंट्रोल रूम सेटअप में डेटा रिले करने के लिए कैमरों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा. यूपीएससी प्रत्येक परीक्षा स्थल पर जैमर भी लगाएगा. जो परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले और परीक्षा संपन्न होने के तीस मिनट बाद तक काम करेगा.

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