पूर्वी लद्दाख में पेट्रोल पाॅइंट-15, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स एरिया (PP-15, Gogra-Hot Springs Area) पर भारत और चीन के बीच डिसइंगजमेंट की प्रक्रिया आज पूरी हो जाएगी. लद्दाख गतिरोध की निगरानी कर रहे अधिकारियों के हवाले से इस डिसइंगजमेंट प्राॅसेस के तहत दोनों देशों के सैनिक अपने पूर्व तैनाती बिंदुओं पर वापस लौट जाएंगे, साथ ही इस क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी आधारभूत संरचनाओं को भी नष्ट कर देंगे. भारत और चीन के बीच कोर कमांडर लेवल की 16वीं बैठक के बाद गत 8 सितंबर को दोनों देशों ने इस बहुप्रतीक्षित डिसइंगेजमेंट प्राॅसेस की घोषणा की थी.
भारत और चीन की सेनाओं ने बयान जारी किया कि उनके अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में पीपी-15 से पीछे हटना शुरू कर दिया है, जहां भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) 28 महीनों से अधिक समय से गतिरोध में थीं. इस प्रक्रिया के तहत 2 से 4 किमी के बफर जोन (ऐसा क्षेत्र जिसमें दोनों देशों की सेनाएं कोई मूवमेंट नहीं करेंगी) के निर्माण की संभावना है, जैसा कि पिछले साल वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के समीप वाले गतिरोध बिंदुओं पर किया गया था. एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘पीपी-15 से डिसइंगेजमेंट एक समन्वित और नियोजित तरीके से आगे बढ़ रहा है. प्रक्रिया के कार्यान्वयन का आकलन करने के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारी संयुक्त सत्यापन करेंगे. इसके 12 सितंबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है.’
आखिरी बार 2021 अगस्त में PP 17-A से हुआ डिसइंगेटमेंट
लद्दाख सेक्टर में पर गतिरोध बिंदुओं से भारतीय और चीनी सैनिकों का डिसइंगेजमेंट एक साल से अधिक समय से अटका हुआ था. आखिरी बार अगस्त 2021 में, दोनों देशों की सेनाओं ने गोगरा सेक्टर (PP-17A) से अपने सैनिकों को पीछे हटाया था. दोनों पक्षों ने 31 जुलाई, 2021 को कोर कमांडर-रैंक के अधिकारियों के बीच 12वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद 4-5 अगस्त, 2021 को गोगरा सेक्टर से अपने सैनिकों को पीछे हटाया था, जो एलएसी पर गतिरोध बिंदुओं में से एक था.
लद्दाख थिएटर में दोनों देशों के करीब 60,000 सैनिक तैनात
भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख सीमा पर मई 2020 से तनावपूर्ण गतिरोध चल रहा है. अब तक 16 दौर की सैन्य वार्ता के बावजूद, दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में देपसांग बुलगे (Depsang Bulge) और डेमचोक सेक्टर में चारडिंग नाला जंक्शन (CJN) पर जारी गतिरोध का समाधान निकालने को लेकर दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच अब भी बातचीत चल रही है. दोनों सेनाओं ने जून, 2020 में 8 दौर की बातचीत की, 2021 में 5 दौर की, और इस साल अब तक 3 दौर की बातचीत हुई है. गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो, गोगरा (PP 17-A) और अब पीपी-15 से 4 दौर के डिसइंगेटमेंट के बावजूद, दोनों सेनाओं के करीब 60,000 सैनिक हैं और उन्नत हथियार लद्दाख थिएटर में तैनात हैं.