*छत्तीसगढ़ में चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों का होगा विकास*
*मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव नई दिल्ली में समीक्षा बैठक में हुए शामिल*
*सड़कों के विकास से छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को मिलेगी नई दिशा – श्री विष्णु देव साय*
*केन्द्रीय सड़क निधि से 908 करोड़ के आठ कार्यों को मिली स्वीकृति*
रायपुर. 30 सितम्बर 2024. छत्तीसगढ़ में सड़कों का जाल और मजबूत होने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ के लिए 11 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी देकर राज्य को एक बड़ी सौगात दी है। इस राशि से चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करेगा। श्री गडकरी ने यह घोषणा दिल्ली के भारत मंडपम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के साथ हुई समीक्षा बैठक के दौरान की। उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव एवं केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री तोखन साहू भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में छत्तीसगढ़ में चल रही राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा और श्री हर्ष मल्होत्रा, केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू और छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने छत्तीसगढ़ में चल रही परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की ताकि कार्यों का समय पर और कुशलता से निष्पादन किया जा सके। उन्होंने बैठक में परियोजनाओं में विलम्ब के कारणों व रुकावटों पर चर्चा की और वन विभाग से क्लीयरेंस, राजस्व और खनन से जुड़े अड़चनों को दूर करने व परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक में सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा कर अवरोधों को दूर करने का प्रयास किया गया। केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने समस्त प्रगतिरत एवं प्रस्तावित परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों की प्रगति पर चर्चा की गई। साथ ही चार प्रमुख राजमार्गों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) बनाने की मंजूरी दी गई। बैठक में जिन चार मुख्य परियोजनाओं पर चर्चा हुई, उनमें उरगा-कटघोरा बाईपास (NH-149B), बसना से सारंगढ़ (माणिकपुर) फीडर रूट, सारंगढ़ से रायगढ़ फीडर रूट, और रायपुर-लखनादोन आर्थिक गलियारा शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल लंबाई 236.1 किलोमीटर है जिसके लिए केन्द्रीय मंत्री ने कुल 9208 करोड़ रुपए स्वीकृत किया है। वहीं, केन्द्रीय सड़क निधि के तहत 908 करोड़ रुपए के आठ कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गई है।
बैठक में केशकाल घाट व धमतरी-जगदलपुर मार्ग के चार लेन चौड़ीकरण कार्य की भी मंजूरी दी गई।
श्री गडकरी ने एनएचएआई के अंतर्गत रायपुर-विशाखापट्टनम मार्ग एवं बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। वहीं, पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग को एक माह के अन्दर एजेंसी निर्धारित करने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में रायपुर में टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच ग्रेड सेपरेटर व विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) को जोड़ने वाले मार्ग एवं रायपुर एक्सप्रेस वे पर ग्रेड सेपरेटर बनाने की सहमति दी गई।
इसके अलावा सड़कों के विकास के लिए 1200 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति मिली है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बड़ी सौगात है। इससे छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि सड़क नेटवर्क का विस्तार राज्य के ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा, जिससे स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
श्री साय ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सभी परियोजनाओं की नियमित रूप से समीक्षा करें और समय पर कार्य पूरा करने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वे स्वयं इन परियोजनाओं की प्रगति पर नजर रखेंगे और हर सप्ताह इसकी रिपोर्ट तलब करेंगे, ताकि काम में कोई देरी न हो। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार पूरी निष्ठा से इन परियोजनाओं को समय सीमा के भीतर पूरा करेगी, जिससे राज्य के नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी और विकास की गति तेज होगी।
बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और वन विभाग के सचिव श्री अमरनाथ प्रसाद सहित लोक निर्माण विभाग, राजस्व, खनन और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
*परियोजनाओं के प्रमुख बिंदु-*
1. 908 करोड़ रुपए के 8 कार्यों की स्वीकृति : केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) के तहत आठ परियोजनाओं की स्वीकृति दी गई है। इन परियोजनाओं से छत्तीसगढ़ के सड़कों के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी और व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा।
2. केशकाल घाट का फोरलेन चौड़ीकरण : केशकाल घाट के फोरलेन चौड़ीकरण कार्य की स्वीकृति दी गई है, जिसे एक महीने के भीतर मंजूरी मिलने की संभावना है। यह परियोजना क्षेत्र में यातायात सुगमता और सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करेगी।
3. धमतरी-जगदलपुर मार्ग का फोरलेन चौड़ीकरण : इस महत्वपूर्ण मार्ग के चौड़ीकरण की भी स्वीकृति दी गई है, जिससे दक्षिण छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
4. समस्त प्रगतिरत और प्रस्तावित परियोजनाओं के लिए समय-सीमा में पूर्णता के निर्देश : सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छत्तीसगढ़ की सड़कों और राजमार्गों का विकास तेजी से हो सके।
5. एनएचएआई के अंतर्गत रायपुर-विशाखापटनम और बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग : इन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण के लिए समयबद्ध पूर्णता के निर्देश दिए गए हैं, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
6. पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग : इस परियोजना के लिए एजेंसी का चयन एक महीने के भीतर किया जाएगा, ताकि सीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा सके।
7. रायपुर शहर में ग्रेड सेपरेटर निर्माण : रायपुर शहर के टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच सरोना, उद्योग भवन और तेलीबांधा में ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की भी मंजूरी मिली है, जिससे शहर में यातायात की भीड़ कम होगी।
8. विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) और रायपुर-धमतरी मार्ग पर ग्रेड सेपरेटर : इन दोनों स्थानों पर भी ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की सहमति दी गई है, जिससे यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को सुविधा होगी।
*प्रमुख परियोजनाएं*
– उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड (42.1 किमी) – 1,593 करोड़ रुपए
– बसना से सारंगढ़ (33 किमी) – 490 करोड़ रुपए
– सारंगढ़ से रायगढ़ (56 किमी) – 825 करोड़ रुपए
– रायपुर-लखनादोन इकोनोमिक कॉरिडोर (105 किमी) – 6,300 करोड़ रुपए