शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो बजट तक उससे दूर रहने में ही भलाई है. यह अनुमान एक दिग्गज एक्सपर्ट ने जताया है. उनका कहना है कि बजट से पहले बाजार में 5 से 7 फीसदी तक गिरावट और दिख सकती है. वैसे भी जनवरी के बाद से बाजार लगातार करेक्शन झेल रहा है. एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया है कि अगर जुलाई, 2024 की तरह ही कमजोर बजट दिया गया तो 1 फरवरी के बाद भी मार्केट में गिरावट जारी रह सकती है.
ग्रीन पोर्टफोलियो के सह-संस्थापक दिवम शर्मा ने मनीकंट्रोल को बताया कि अगले तीन हफ्तों में बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है. लिहाजा हम बाजारों में 5-7% की गिरावट देख सकते हैं. मंगलवार को सेंसेक्स 169.62 अंक की बढ़त के साथ 76,499.63 पर बंद हुआ. इस लिहाज से देखा जाए तो बजट तक सेंसेक्स में 5,355 अंकों की गिरावट आ सकती है.
सेक्टर में तेजी और 2 में गिरावट का अनुमान
निवेश प्रबंधन में 15 साल से अधिक अनुभव रखने वाले दिवम का कहना है कि पिछले साल के समान एक कमजोर बजट बाजार को झटका दे सकता है. इसमें रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर और रक्षा का कोई उल्लेख नहीं होने से इन क्षेत्रों के मूल्यांकन 30-40 गुना तक गिर सकते हैं. उन्होंने कहा कि दूरसंचार, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोटिव और पैकेजिंग चार प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर निवेशक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. ये क्षेत्र नवाचार, बढ़ती आय और बदलती उपभोक्ता प्राथमिकताओं से प्रेरित होकर विकास की संभावनाएं प्रदान करते हैं.
टेलीकॉम और फार्मा में तेजी का अनुमान
भारत का टेलीकॉम सेक्टर, जो चौथा सबसे बड़ा एफडीआई प्राप्तकर्ता है, 40 लाख लोगों को रोजगार देता है. 5जी, एआई और एज कंप्यूटिंग में नवाचार उद्योगों में क्रांति ला रहे हैं और 2030 तक 6जी औद्योगिक अनुप्रयोगों को और बेहतर बनाएगा. फार्मास्युटिकल सेक्टर 2024 में 8% बढ़कर 2.20 लाख करोड़ रुपये हो गया और 2025 में और बढ़ने की संभावना है. डॉलर राजस्व निर्यातकों को लाभ पहुंचाता है, लेकिन वैश्विक सख्ती से चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. ऑन्कोलॉजी और अन्य उच्च-विकास क्षेत्रों में आरएंडडी में निवेश करने वाली कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.
ऑटो उद्योग में भी उम्मीदें
ऑटोमोटिव उद्योग त्योहारी मांग पर फल-फूल रहा है. प्रीमियम एसयूवी और लग्जरी कारें उपभोक्ताओं की आकांक्षाओं को दर्शाती हैं. पैकेजिंग और उपभोक्ता स्टेपल्स में स्थिर वृद्धि देखी जा रही है, जो बढ़ती आय, संगठित खुदरा और ब्रांडेड उत्पादों की प्राथमिकताओं से प्रेरित है. कुल मिलाकर, निवेशक के रूप में ध्यान केंद्रित करने के लिए ये चार प्रमुख क्षेत्र हैं, दूरसंचार, फार्मास्युटिकल, ऑटोमोटिव और पैकेजिंग. इन पर निवेशक अपना दांव लगा सकते हैं.