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Opinion- मोदी सरकार के कार्यकाल में कोयला उत्पादन में अभूतपूर्व बढ़ोत्तरी, आयात घटा

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पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारत तेजी से आर्थिक महाशक्ति बनने के मार्ग पर अग्रसर है. पीएम मोदी ने भारत जैसे विशाल संसाधनों से लैस देश में आज कुशल नीतिगत निर्णय कर हर क्षेत्र को अपना सर्वक्षेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए प्रेरित किया है. हाल ही में कोयला उत्पादन के क्षेत्र में आए उत्साहजनक आंकड़ो ने पीएम मोदी की कुशल नीतिगत निर्णयों को पुख्ता किया है. कोयला मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ो के मुताबिक बीते पांच सालो में भारत में कोयला उत्पादन में लगभग 23 फीसदी की अहम वृद्धि हासिल की है. वित्तीय वर्ष 2018-2019 मे जहां भारत में 728.72 एमटी कोयला का उत्पादन हुआ था, वहीं वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह अभूतपूर्व वृद्धि कर 893.08 एमटी हो गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक टवीट कर इसे कोयला सेक्टर और भारत की आर्थिक प्रगति के लिए शानदार समाचार बताया. वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए भारत ने 1012 एमटी कोयला उत्पादन का लक्ष्य तय किया है. बीते तीन साल में कोयला मंत्रालय ने 87 खानों की नीलामी की है. इससे 33,200 करोड़ रुपए के राजस्व और तीन लाख रोजगार के अवसर मिलने की आशा है.

भारत की 55 फीसदी ऊर्जा की मांग इस समय कोयले से पूरी की जाती है. बीते चार दशक में भारत में व्यवसायिक ऊर्जा की खपत लगभग 700 फीसदी बढ़ी है. कोयला ना सिर्फ भारत में ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत रहा है बल्कि स्टील,स्पॉंज आयरन,सीमेंट,पेपर आदि उद्योगों के लिए बेहद अहम भी है.

नया रिकार्ड
भारत ने अप्रैल में एक नया रिकार्ड बनाते हुए अब तक का सबसे अधिक 73.02 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया. वर्ष 2022 के मुकाबले इसमें 8.67 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि दर्ज की गई. पीएम मोदी के कुशल नीतिगत फैसले इसकी बड़ी वजह रही है. कोयला मंत्रालय ने कुशल फैसले लेकर देश में कोयला उत्पादकों की मदद करके यह संभव कर दिखाया.

आयात तेजी से कम करने में जुटा भारत
पीएम मोदी ने कार्यभार संभालने के बाद से कोयला आयात काम करने की दिशा में तेजी से काम करना शुरु किया. कोयले का बढ़ता आयात एक ओर जहां देश के लिए आर्थिक रुप से नुकसान दायक था,वहीं इससे देश में कोयला उत्पादन को भी कोई प्रोत्साहन नहीं मिल रहा था. भारत में कोयले की कुल मांग का 20-25 फीसदी आयात कर पूरा किया जाता है. बीते तीन साल में भारत ने इस क्षेत्र में बढ़ा काम करते हुए कोयला आयात को 25 फीसदी तक कम किया. भारत ने वर्ष 2019-20 में 248.54 मिलियन टन कोयले का आयात किया था जो वर्ष 2022-23( दिसंबर 22 तक) घटकर 186.06 मिलियन टन रह गया. भारत आस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, मोजांबिक, रुस, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड और अमेरिका ने कोयले का आयात करता है और इसका बड़ा हिस्सा इंडोनेशिया से आता है.

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