राज्य के स्कूलों फेंसिंग यानी तलवारबाजी का खेल है, लेकिन महाविद्यालयीन खेलों में इसे अभी तक शामिल नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़ के तलवारबाजी के खिलाड़ी दूसरे राज्यों से खेल रहे हैं। इसे देखते हुए अब तलवारबाजी के खेल को भी महाविद्यालयीन खेलों में शामिल करने की मांग की गई है। इसके लिए राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से एसोसिएशन के सदस्य मुलाकात करेंगे। रविवार को एक होटल में फेंसिंग एसोसिएशन की हुई आमसभा में यह फैसला किया गया।
इससे राज्य की खेल प्रतिभाओं को पलायन करने से जहां रोकने में सहायता मिलेगी, वहीं राज्य के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को दिखाने का बेहतर मौका मिलेगा। संयुक्त सचिव निखिल जांबुलकर ने बताया कि बैठक में सबसे पहले सभी सदस्यों ने खेल को आगे बढ़ाने के संबंध में अपने विचार रखे। स्थानीय प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करने के साथ साथ उनकी खेल प्रतिभा को निखारने पर विचार विमर्श किया गया।
पांच साल पहले गई थी तकनीकी विवि की टीम तलवारबाजी की टीम का गठन करीब पांच साल पहले तकनीकी विवि में किया गया था। टीम बाहर खेलने गई थी। इसी तरह गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से भी फेंसिंग की टीम जा रही थी, लेकिन अभी बंद कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य विश्वविद्यालयों ने फेंसिंग की स्पर्धा का आयोजन किया ही नहीं। इसकी वजह से छत्तीसगढ़ के फेंसिंग के खिलाड़ी हरियाणा जा रहे हैं या केरल।
कॉमनवेल्थ में जीतकर लौटी वेदिका केरल से खेल रही कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की फेंसिंग स्पर्धा में शहर की वेदिका खुशी रावना इन दिनों केरल से खेल रही है। वहीं अभ्यास भी कर रही है। उसकी छोटी बहन भी फेंसिंग की तैयारी केरल से ही कर रही है। उनके पिता पॉलीटेक्निक कॉलेज दुर्ग में सेवारत हैं। इसके अलावा और भी खिलाड़ी हैं, जो इन दिनों हरियाणा में फेंसिंग का अभ्यास कर रहे हैं और वहीं से खेल कर पदक जीत रहे हैं।
47 लाख रुपए का बजट प्रस्तुत किया गया, खिलाड़ियों के लिए सामान खरीदेंगे आमसभा में एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी बशीर खान ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया। उन्होंने करीब 47 लाख का बजट पेश किया। इसमें सालभर के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में होने वाले अनुमानित खर्च का ब्यौरा दिया गया। इसमें खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कीट, ट्रैक शूट, खेल के लिए जरूरी चीजें, ऑफिशियल्स की व्यवस्था और खेल के आयोजनों में होने वाले खर्च को शामिल किया गया है। साथ ही पिछले वित्तीय वर्ष के आय और व्यय की जानकारी दी गई। आमसभा की अध्यक्षता वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत सिंह पटेल ने की। इसमें कमल रुपरेला, अखिलेश दुबे मौजूद थे।