जिला प्रशासन के द्वारा क्या होगी कार्रवाई ?
मुंगेली के विकासखंड मुंगेली- पथरिया- लोरमी के अधिकारी भी क्या संलिप्त हैं ?
क्या यह मामला सिर्फ मुंगेली का है? या फिर पूरे प्रदेश का?
इस मामले पर शिक्षा मंत्री के द्वारा इस ओर क्या कदम उठाया जाएगा ?
मुंगेली// मुंगेली जिले से बड़ी खबर निकल के सामने आ रहा है जिसमें सहायक शिक्षक से शिक्षक पद पर पदोन्नति में फर्जी प्रमाण पत्र द्वारा शिक्षकों का पदोन्नति लेने का मामला सामने आ रहा है।
ज्ञात हो कि 1995 से कला विषय वाले सहायक शिक्षकों का पदोन्नति नहीं हो पाया था।साथ ही विगत कुछ वर्ष पूर्व राज्य शासन ने डबल स्नातक धारियों को दोनों विषय पर वरिष्ठता सूची में स्थान देने पर शिक्षकों में डबल स्नातक कर पदोन्नति लेने की होड़ मच गई थीं।
पदोन्नति लेने के लिए शिक्षकों ने राज्य में चल रहे कई विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन से बैक डेट पर प्रमाण पत्र हासिल कर उसे अपने सर्विस बुक में जुड़वा कर पदोन्नति सूची में अपना स्थान प्राप्त कर पदोन्नति ले लिए है।
जबकि नियमानुसार प्रत्येक वर्ष शिक्षकों को अध्ययन करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय से अनुमति की जरूरत पड़ती है उसके उपरांत परीक्षा देने के लिए प्रत्येक परीक्षा दिवस को स्कूल से छुट्टी लेकर परीक्षा में बैठना होता है इस तरह अगर सभी पदोन्नति प्राप्त करने वाले शिक्षकों का अनुमति पत्र व स्कूल की उपस्थिति पंजी की सूक्ष्म जांच की जाए तो मामला का पर्दाफाश होगा।
इस तरह शासन को धोखा देकर पदोन्नति प्राप्त करने वाले शिक्षकों का बड़ा खुलासा होगा जिससे संबंधित शिक्षक के ऊपर आपराधिक मामला दर्ज होगा और नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा साथ ही इस फर्जीवाड़े में संबंधित कार्यालय के बाबू व अधिकारी भी जेल जाएंगे साथ ही उन विश्वविद्यालयों के द्वारा दिए गए फर्जी प्रमाण पत्र से वह भी बेनकाब होंगे।