मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ ग्रामीणों ने मंगलवार को सड़क पर भारी संख्या में मवेशियों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया। नाराज ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में मवेशियों के साथ लोरमी-कवर्धा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
तहसील ऑफिस के पास किए जा रहे इस चक्काजाम में नाराज ग्रामीण जंगल में किए गए अवैध कब्जे को हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं लगभग 4 घंटे से अधिक का वक्त गुजर जाने के बाद भी मौके पर कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा, जिसकी वजह से लोग और अधिक भड़क गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, खुड़िया वन परिक्षेत्र के कारीडोंगरी सर्किल के कक्ष क्रमांक- 1523 में सैकड़ों एकड़ वन भूमि पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इसे हटाने के लिए कुछ दिन पहले अखरार, कंसरी, दरवाजा, मोहापार और रामू नगर के ग्रामीणों ने लोरमी के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को ज्ञापन दिया था। इसमें कहा गया था कि 20 अगस्त तक अगर वन भूमि से अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो लोरमी के तहसील चौक पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मवेशियों को लाकर चक्काजाम करेंगे।
इधर वन विभाग ने वनभूमि के कुछ हिस्सों पर हुए अतिक्रमण को हटाया, लेकिन पूरी जमीन पर किए गए अवैध कब्जे को नहीं हटाया गया है। जिससे नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को बड़ी संख्या में लोरमी की ओर कूच किया। यहां पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने उन्हें ग्राम अखरार में रोक कर समझाइश दी। इस दौरान पुलिस के साथ ग्रामीणों की तीखी बहस भी हुई। जिसके बाद भारी संख्या में मवेशियों के साथ लोरमी मुख्यालय पहुंचकर ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया है। इसके चलते लोरमी से कवर्धा मार्ग पर लंबा जाम लग गया है।
ग्रामीण कलेक्टर और डीएफओ को बुलाकर बात करने की मांग कर रहे हैं। लगभग 4 घंटे से अधिक का वक्त गुजर जाने के बाद भी जाम नहीं खुल पाया है। हालांकि मौके पर SDM, पुलिस, वन विभाग की टीम लगातार ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कर रही है, बावजूद इसके ग्रामीण नहीं मान रहे हैं।