बाबा गुरु घासीदास के द्वितीय पुत्र महान क्रांतिकारी, समाज सुधारक, युग पुरुष और मानवाधिकार के लिए सतनाम आंदोलन के स्तम्भ महान शूरवीर प्रतापी राजा गुरू बालक दास का जयंती मनाई गई,प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी परम्परागत पूरे विधिविधान के साथ महान शूरवीर प्रतापी राजा गुरु बालक दास बाबा की जयंती 6 सितंबर बुधवार को मुंगेली के सतनाम भवन में जैतखाम की पूजा अर्चना कर शोभायात्रा की झाँकी में पवित्र ज्योति कलश की स्थापना के बाद मुंगेली नगर में आतिशी धूमधाम भव्यता के साथ मानवता का संदेश देते हुए सतनाम शोभायात्रा निकाली गई। मुंगेली नगर के बाबा गुरु घासीदास चौंक पर नगर के युवाओं के बनाए स्टेज़ में सतनाम शोभायात्रा में शामिल प्रबुद्धजनों का फूलमालाओं के साथ भव्य स्वागत किया, सतनाम शोभायात्रा के अवसर पर सतनामी समाज के युवा वर्ग ख़ासे उत्साहित नज़र आए उन्होंने सतनामी इतिहास में समाज की शौर्यता औऱ पराक्रम को अपनी परांगत कलाओं का मंत्रमुग्द कर देने वाला ख़ास प्रदर्शन किया जो कि सतनाम शोभायात्रा के दौरान मुंगेली नगर में आकर्षण का केंद्र बना रहा,सतनाम शोभायात्रा मुंगेली नगर में मुख्य मार्गों से होते हुए पुलपारा से बड़ा बाजार, नंदी चौंक, सिंधी कॉलोनी चौंक, मंडी चौक, पड़ाव चौंक से होते हुए बलानी चौंक, पुराना बस स्टैंड तथा नया पुल चर्च रोड होते हुए बाबा गुरु घासीदास चौंक पहुंचा।
सतनाम शोभायात्रा के अंतिम चरण में शोभायात्रा में शामिल सतनामी समाज के अनुयायियों को नगर के युवाओं के द्वारा हलवा वितरण किया। शोभायात्रा में उपस्थित समाज का कार्यक्रम के संयोजक विकास खांडेकर के द्वारा आभार व्यक्त किया गया साथ ही शांति पूर्ण ढ़ंग से सतनाम शोभायात्रा को सफल बनाने में विशेष सहयोग के लिए मुंगेली पुलिस प्रशासन टीम का आभार जताया वहीं मुंगेली के सतनाम भवन में शोभायात्रा का समापन किया गया,कार्यक्रम में शामिल समाज के लोगों को मुंगेली के सतनाम भवन में प्रसाद वितरण किया गया,बाबा गुरु बालक दास के जयंती कार्यक्रम झाँकी सतनाम शोभायात्रा को सफ़ल बनाने में मुख्य रूप से समाज के प्रमुख जनों का विशेष योगदान रहा जिसमें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ सतनाम महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष विकास खांडेकर, रेखचंद कोशले सरपंच संघ,जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश समन्वयक कांग्रेस कमेटी अजा विभाग छत्तीसगढ़, कृष्ण कुमार नवरंग, जीवन बंजारा, राजेंद्र दिवाकर, एच आर भास्कर, रेश कुमार दिवाकर, धीरसिंह बंजारे,धर्मेद्र चतुर्वेदी, कुमान ओगरे, प्रमोद टंडन, खुमान भास्कर, विक्की अनंत,अरविंद बंजारा सहित बड़ी संख्या में सतनामी समाज के अनुयायी उपस्थित थे।