रायगढ़ में कांग्रेस ने ट्रेन रद्द करने को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अभय नारायण राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेलवे सुविधा को समाप्त करने साजिश रच रही है। रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथो में बेचने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
रेलवे यात्रियों के लिये कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करती है। देश की आजादी के बाद ऐसी स्थिति केवल मोदी सरकार में आई है। जहां रेलवे की यात्री सुविधायें इतनी ज्यादा खस्ताहाल हो गयी है।
साथ ही उन्होंने आगे कहा कि, मोदी सरकार के पहले की केंद्र सरकारें घाटा उठा कर भी रेलवे सुविधाओं का विस्तार करती रही। आजादी के बाद से रेलवे का अलग बजट बनाया जाता था, लेकिन मोदी सरकार रेलवे की यात्री सुविधाओं को समाप्त कर इसे सिर्फ मालवाहक बनाना चाहती है और बाद में रेल को निजी हाथों में सौंपा जा सके इसका रास्ता बना रही है।
पिछले साढ़े तीन साल में 67382 ट्रेनों को रद्द किया गया, आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार
वर्ष 2020 में 32757 ट्रेनें निरस्त की गई
वर्ष 2021 में 32151 ट्रेनें निरस्त की गई वर्ष 2022 में 2474 ट्रेनें निरस्त की गई
वर्ष 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें निरस्त की
वर्तमान में 24 ट्रेनें अगस्त 2023 के अंतिम तक रद्द की गयी है।
‘रेल को बदनाम करने की साजिश है’
बिलासपुर रेलवे जोन जिसके अंतर्गत छत्तीसगढ़ आता है यहां से केवल माल से सरकार 20000 से 22000 करोड रुपए हर साल कमाती है। लेकिन जब सुविधा देने की आ रही है तो विगत 9 साल से मोदी राज में छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों को केंद्र की मिली है। भाजपाई बताएं कि छत्तीसगढ़ के यात्रियों से आखिर किस बात का बदला से सही है मोदी सरकार?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्जनों बार देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों के संचालन की व्यवस्था को दुरुस्त करने अनेकों पत्र लिखा है लेकिन छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र की उपेक्षा, भेदभाव और अव्यवस्था यथावत जारी है।भाजपा और केंद्र दावा करता है कि मेन्टेनेंस के कारण ट्रेन रद्द होती है। ट्रेन मेन्टेनेंस के कारण ट्रेनों को रद्द किया गया है तो फिर उसी रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ियों का परिचालन कैसे किया जा रहा है।