बिलासपुर में चुनाव आयोग की सख्ती के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। पिछले दो दिन में पुलिस ने उत्तर प्रदेश और रायपुर के दो कारोबारियों को 65 लाख रुपए कीमत की 93 किलो चांदी के साथ पकड़ा है। हालांकि, पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज करने के बजाए लावारिस गहने बताकर धारा 102 के तहत जब्ती की है। मामला सिविल लाइन और कोतवाली थाने का है।
पुलिस को सूचना मिली कि गोंडपारा के सीताराम मंदिर के पास चांदी के गहने रखे है। इसके बिल व रसीद भी नहीं है। खबर मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि उत्तर प्रदेश के मथुरा का कारोबारी जेवर बेचने आया है। उसके पास बड़ी मात्रा में चांदी के गहने हैं। पूछताछ में वह बिल व रसीद नहीं दिखा पाया तो पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई।
63 किलो चांदी की कीमत 44 लाख रुपए
पुलिस ने उसके पास से 1 हजार 781 जोड़ी चांदी के पायल, 149 चांदी की चेन सहित 63 किलो चांदी बरामद की है। जिसकी कीमत करीब 44 लाख रुपए बताई जा रही है। उसके पास चांदी का कोई हिसाब नहीं होने पर पुलिस ने धारा 102 के तहत जब्त कर कारोबारी को छोड़ दिया है। टीआई उत्तम साहू का कहना है कि गहनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
रायपुर के कारोबारी की कार से मिले 30 किलो चांदी
इसी तरह शनिवार को सिविल लाइन पुलिस को महाराणा प्रताप चौक के पास एक कार की तलाशी में 21 लाख रुपए कीमत की 30 किलो चांदी के जेवर मिले हैं। पूछताछ में पता चला कि रायपुर के कमल विहार निवासी कारोबारी मोहित पटेल गहनों को ऑर्डर पर सप्लाई करने आया था। लेकिन, उसके पास बिल नहीं था, जिसके कारण पुलिस ने चांदी के गहनों को जब्त कर लिया। इस मामले में भी पुलिस ने धारा 102 के तहत कार्रवाई की है।
वाहन चेकिंग में पकड़े थे कैश, साड़ी और कपड़े
एसपी संतोष कुमार सिंह ने विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की टीम को सघन जांच के निर्देश दिए थे। इस दौरान जांच में अलग-अलग थानों में बड़ी मात्रा में साड़ी, कपड़े और कैश बरामद किया था। पूछताछ में पता चला कि कारोबारी बिना बिल व रसीद के साड़ियों का परिवहन कर रहे थे, जिसके कारण पुलिस ने संदेह के आधार पर धारा 102 के तहत साड़ियों को जब्त कर लिया। ऐसे ही जांच के दौरान रेलवे ठेकेदार से छह लाख रुपए बरामद हुआ है।