अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा आज राजधानी रायपुर के नवीन विश्राम गृह में इन्वायरोथॉन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। महाविद्यालयीन एवं स्कूली छात्र-छात्राओं की पर्यावरण संरक्षण और ओजोन परत के महत्व के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रतियोगिता की थीम ’’अपशिष्ट के उपयोग के समाधान’’ पर आधारित थी। इसके साथ ही ओजोन परत में सुधार एवं जलवायु परिवर्तन में कमी विषय पर आधारित पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम को लेकर स्कूली छात्र-छात्राओं में उत्सुकता दिखी और इससे जुड़े विभिन्न प्रासंगिक विषयों पर अपनी रचनात्मकता को उन्होंने प्रदर्शित किया। प्रतियोगिता के विजेता के प्रतिभागियों को छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल के मुख्य अभियंता, श्री आर.पी. तिवारी एवं कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने विजयी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरित किये।
छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कलिंगा विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ आर. श्रीधर ने कहा कि हमें अपनी जीवन शैली में परिवर्तन कर यह सुनिश्चित करना होगा कि ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ धीरे-धीरे समाप्त हो जाये। ओजोन परत के संरक्षण से पर्यावरण को बहुत नुकसान होगा और इसका प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष प्रभाव मानव समाज पर पड़ेगा। भावी पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए सदैव प्रयासरत् हो और इस दिशा में अपनी भूमिका निभाए।
इन्वायरोथॉन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कक्षा 10वीं एवं 12वीं वर्ग में स्वर्णिम एवं टीम, राजकुमार कॉलेज, रायपुर एवं कु. कशिश तांडी एवं टीम, रानी दुर्गावती हायर सेकण्डरी स्कूल, रायपुर तथा स्नातक वर्ग में श्री मोक्षराज साहू, बद्री प्रसाद लोधी पी.जी. महाविद्यालय, आरंग व स्नातकोत्तर वर्ग में कु. पूनम सिंह, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया।