Home छत्तीसगढ़ जंगल मे बाघों के सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों का चार माह से...

जंगल मे बाघों के सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों का चार माह से वेतन भुगतान लंबित सहित भौतिक संसाधन की मांग को लेकर एटीआर उपसंचालक से मिले संघ…

72

– संघ के प्रांतीय सचिव एवं मुंगेली जिलाध्यक्ष कामता प्रसाद साहू ने बताया कि वर्तमान में तीज त्यौहार के अवसर है, आगामी समय में नवरात्रि का पावन पर्व एवं दशहरा का त्यौहार आने वाला है, ऐसे समय में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण परिवार चलाने के लिए आर्थिक एवं मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।संघ द्धारा अनुरोध किया गया है, कि अविलंब वेतन प्रदान किया जावे।साथ ही वायरलेस आपरेटर, बेरियर गार्ड एवं सुरक्षा श्रमिकों को वर्दी, जूता, रैनकोट, पानीबाटल, बैग इत्यादि सामाग्री वितरण करने, 4000 चार हजार श्रमिक सम्मान राशि हेतु सभी कर्मचारियों की जानकारी भेजने, सुरही वनपरिक्षेत्र अंतर्गत राजक में हैण्ड पंप की सुविधा ,कुशल दर पर वेतन भुगतान,पीएफ कटौती आदि के संबंध में उपसंचालक का ध्यानाकर्षण कराया गया।

– संघ के प्रांतीय सचिव एवं मुंगेली जिलाध्यक्ष कामता प्रसाद साहू ने बताया कि वर्तमान में तीज त्यौहार के अवसर है, आगामी समय में नवरात्रि का पावन पर्व एवं दशहरा का त्यौहार आने वाला है, ऐसे समय में कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण परिवार चलाने के लिए आर्थिक एवं मानसिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।संघ द्धारा अनुरोध किया गया है, कि अविलंब वेतन प्रदान किया जावे।साथ ही वायरलेस आपरेटर, बेरियर गार्ड एवं सुरक्षा श्रमिकों को वर्दी, जूता, रैनकोट, पानीबाटल, बैग इत्यादि सामाग्री वितरण करने, 4000 चार हजार श्रमिक सम्मान राशि हेतु सभी कर्मचारियों की जानकारी भेजने, सुरही वनपरिक्षेत्र अंतर्गत राजक में हैण्ड पंप की सुविधा ,कुशल दर पर वेतन भुगतान,पीएफ कटौती आदि के संबंध में उपसंचालक का ध्यानाकर्षण कराया गया।

गौरतलब है,कि बाघों के संरक्षण एवं संवर्धन में विभाग करोड़ो का बजट का प्रावधान केन्दीय मदद मुहैया कराती है? टाईगर की सुरक्षा में लोकेशन से लेकर जंगलों में पूरे निष्ठा पूर्वक टाईगर रिजर्व के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन करते है। इनके बदौलत ही जंगल मे बाघों की सुरक्षा अवैध घुसपैठ रोकने में बडा मददगार साबित होते है। एटीआर के 335 कर्मचारियों को चार माह के वेतन नही मिलने से इनके घरों में रोजमर्रा दैनिक उपयोग राशन समाग्री उपलब्धता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है? इनको आवश्यक कार्य जैसे त्योहार में खर्च के लिये जूझना पड़ रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here