भिलाई नगर निगम मदर टेरेसा नगर स्थित ज्ञानोदय स्कूल के मैदान में सियान सदन बना रहा है। इसके मोहल्ले के लोग काफी विरोध कर रहे हैं। यह विरोध यहां तक पहुंच गया पूर्व एमआईसी दिवाकर भारती ने गुस्से में आकर कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
मदर टेरेसा नगर स्थित ज्ञानोदय विद्यालय 1989 से संचालित है। स्कूल परिसर में ही बच्चों का खेल मैदान है। मंगलवार को अचानक निगम के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और वहां का निरीक्षण करने लगे। उनके साथ छावनी थाना से पुलिस की टीम भी मौजूद थी। अधिकारियों ने बताया कि स्कूल के मैदान में सियान सदन का निर्माण करना है। जैसे ही ये बात पता चली वहां पूरा मोहल्ला इकट्ठा हो गया।
स्कूल की प्राचार्य परमजीत कौर ने निर्माण का विरोध करते हुए निगम के अधिकारियों स्कूल के पास इतना ही मैदान है। इसमें बच्चों को राष्ट्रगान प्रार्थना होती है। यहीं पर बच्चे खेलते हैं। बिना खेल मैदान के स्कूल की एक्टिविटी कम हो जाएगी। इस पर निगम के अधिकारी उनसे ही नियम कानून की बात करने लगे। यह देख मोहल्ले के लोगों ने निगम की टीम का विरोध करना शुरू कर दिया।
विरोध की पात सुनकर वहां पूर्व एमआईसी सदस्य दिवाकर भारती पहुंच गए। उन्होंने कहा यदि यहां सियान सदन बनेगा तो बच्चे खेलने कहां जाएंगे। दिवाकर भारती ने बताया कि निगम की इस मनमानी से वो काफी आहत हैं। उन्होंने इस विषय को लेकर भिलाई कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस स्कूल में 300 गरीब बच्चे पढ़ते हैं। यदि यहां सियान सदन का निर्माण कार्य किया जाता है तो वो यहां टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। जिम्मेदारों का पुतला भी फूंका जाएगा। अंत में निगम के अधिकारी स्कूल के एक हिस्से को नापकर चले गए।
जोन आयुक्त आते ही बड़के लोग
मामले को शामत कराने के लिए जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा वहां पहुंच गए। आते ही उन्होंने निगम के अधिकारियों से सियान सदन किस स्थान पर बनेगा यह जानकारी मांगी। इस पर इंजीनियर ने उन्हें बताया कि स्कूल के मेनगेट के करीब ही इसे बनाया जाएगा। जोन आयुक्त जैसे ही मौके पर पहुंचे लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया।
जनप्रतिनिधि से हुई अधिकारियों की जमकर बहस
मामले सूचना मिलते ही वहां पूर्व एमआईसी सदस्य दिवाकर भारती पहुंच गए। उन्होंने कहा कि स्कूल परिसर के भीतर भवन निर्माण नहीं होगा। इसे दूसरी जगह बनाओ। इस पर जोन आयुक्त ने कहा कि यह सरकारी जमीन है। यहीं पर भवन बनाया जाएगा। इस पर पूर्व एमआईसी सदस्य ने एक दिन का समय मांगा कि वो इस मुद्दे पर महापौर और विधायक से बात करेंगे। इस पर अधिकारी ने कोई वक्त नहीं दिया जाएगा। इस बात पर पूर्व एमआईसी सदस्य भड़क गए। दोनों के बीच काफी बहस हुई और बात बढ़ने दिवाकर भारती ने कहा कि यदि ऐसा होगा तो वो धरना देंगे। इस पर आयुक्त ने भी धमकी दे डाली को वो फोर्स की मौजूदगी में निर्माण करेंगे।
स्कूल के सदस्यों ने भी किया विरोध
स्कूल के सदस्यों ने भी परिसर के भीतर सियान सदन निर्माण का विरोध किया है। महिलाओं ने भी धरना प्रदर्शन करने की बात कही। इसके बाद भी जोन आयुक्त ने स्पष्ट किया कि उनको यह काम करना है। विरोध जिसको करना है करे, वे अपने काम को अंजाम देंगे। इसके बाद से मामला काफी गरम है।
15 साल तक भाजपा सरकार ने नहीं दिया दखल
पूर्व एमआईसी सदस्य दिवाकर भारती ने बताया कि इस मामले में उनकी पहले ही महापौर नीरज पाल और विधायक देवेंद्र यादव से चर्चा हो चुकी है। उन्होंने दूसरी जगह चयन करने की बात कही है। वहां पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर भी मौजूद थे। पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी ने तो इस स्कूल में क्लास रूम बनवाया था। एक पार्षद ने पुस्तकालय बनवाया था। 15 साल तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। तब किसी ने स्कूल में इस तरह से दखल नहीं दिया। अब कांग्रेस पार्टी के लोग ही स्कूल संचालन में दखल दे रहे हैं। ये सही नहीं है।