छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) संभाग की 12 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को पहले फेज के लिए वोटिंग होगी. जिसको लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. संभाग के सभी 7 जिलों में आचार संहिता का पालन कराने के लिए प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है. सभी जिलों के एसपी और कलेक्टर रात्रि गश्त पर भी निकल रहे है.
एसपी- कलेक्टर ने संभाला मोर्चा
बस्तर जिले से लगे सीमावर्ती इलाकों में भी जिले के एसएसपी जितेंद्र सिंह मीणा और कलेक्टर विजय दयाराम ने गश्ती के दौरान जवानो को दूसरे राज्यों से आने वाली वाहनों के जांच के निर्देश दिए. शुक्रवार देर रात भी एसपी और कलेक्टर ने जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र दरभा और कोड़ेनार के चेक पोस्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान जांच दल को आवश्यक निर्देश दिए. प्रशासनिक अमला संदिग्धों पर निगरानी बनाए हुए है.
चार पहिया से 11 लाख कैश जब्त
पुलिस के साथ बड़ी संख्या में सीआरपीएफ (CRPF) के जवान भी इन चेक पोस्ट में तैनात है. जो यहाँ से गुजरने वाले सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं. शुक्रवार को भी चेक पोस्ट में वाहन चेकिंग के दौरान नगरनार पुलिस ने एक चार वाहन से 11 लख रुपए नगद जब्त किया है. इस रकम से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं होने से पुलिस ने रकम को जब्त करने की कार्यवाही की है.
वाहनों की सघन जांच के निर्देश
बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम का कहना है कि बस्तर संभाग में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रशासन की टीम पूरी तरह से कटिबध्द है. कलेक्टर ने बताया कि, बस्तर जिले से लगे सीमावर्ती इलाकों में और संवेदनशील क्षेत्रो में लगातार उनके और एसपी के द्वारा गश्त किया जा रहा है. यहाँ एक एक वाहनों की जांच के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही भूसा भरे वाहनों को रात में रवाना ना होने देने और दिन में जांचकर रवाना करने के निर्देश भी दिए हैं.
बीते एक महीने में 41 लाख कैश जब्त
इधर चुनाव को देखते हुए जिले के सीमावर्ती इलाकों में चेक पोस्ट बनाए जाने के बाद छत्तीसगढ़ उड़ीसा बॉर्डर में लगातार नगरनार थाना के पुलिस को सफलता मिल रही है, पुलिस ने बीते एक महीने में अब तक 41 लाख रुपए नगद जांच के दौरान जब्त किया है. जब्त किए गए रकम को लेकर आरोपियों ने कोई दस्तावेज पेश नहीं किये हैं. इतनी बड़ी रकम मिलने को लेकर पुलिस अलग-अलग एंगल से इस मामले की जांच कर रही है.