छत्तीसगढ़ में चुनाव तारीखों का एलान हो चुका है. प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के लिए 20 सीटों पर 7 नवंबर को वोटिंग होगी. तो वहीं राजनीतिक पार्टियां पहले के मतदान के पूरी ताकत झोंकने में लगी हुई हैं. बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. दोनों ही पार्टियों ने शीर्ष नेताओं को चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी है.
बीजेपी की तरफ शाह और नड्डा कमान संभालेंगे
15 सालों तक छत्तीसगढ़ की सत्ता में रहने वाली बीजेपी एक बार सत्ता पर काबिज होने के लिए हर दांव आजमा रही है. इसको पार्टी नेताओं छत्तीसगढ़ की जनता से बड़े बड़े वादे भी किये हैं. छत्तीसगढ़ में बीजेपी के शीर्ष नेता अपनी पूरी ताकत झोंके हुए हैं. बीजेपी की ओर से प्रचार की कमान स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संभालेंगे. इसके अलावा यदि मोदी समय नहीं दे पाए तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित की सभा और रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे. दरअसल साल 2003 से सत्ता में आई बीजेपी को साल 2018 में हुए विधानसभा हार का मुंह देखना पड़ा था.
कांग्रेस से राहुल-प्रियंका संभालेंगे कमान
दोनों ही मुख्य विपक्षी दल बीजेपी और कांग्रेस पहले चरण के चुनाव में ही ताकत झोकने की तैयारी में हैं. आपको बता दें, पहले चरण के 20 सीटों पर सात नवम्बर को वोट डाले जाएंगे. इसके लिए बीजेपी ने बस्तर और दुर्ग संभाग में 10-10 सभाएं करने की रणनीति बनाई है. इधर कांग्रेस ने भी अपने शीर्ष नेताओं के लिए सभा व रैली आयोजित करने की रणनीति बना ली है. कांग्रेस की ओर से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सभाएं होंगी. आपको बता दें जिन 20 सीटों पर पहले फेज में वोटिंग होनी है. उनमें 19 सीटें कांग्रेस के पास है, जबकि एक सीट पर बीजेपी के विधायक हैं. ऐसे बीजेपी का फोकस हारी हुई 19 सीटों पर ज्यादा रहेगा.