छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कांग्रेस (Congress) ने अपने उम्मीदवारों की दो सूची जारी कर दी है जिसके तहत 83 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी गई है. इस सूची के आने के बाद 18 मौजूदा विधायकों को निराशा हाथ लगी है जिनकी जगह किसी और को टिकट दिया गया है. इसको लेकर उनके समर्थकों में नाराजगी भी देखी जा रही है. वहीं, अब बीजेपी (BJP) ने भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है.
जिन 18 सीटों के विधायकों को रिपीट नहीं किया गया है उनमें बलरामपुर और प्रतापपुर की विधानसभा सीटें शामिल हैं. इसको लेकर बीजेपी प्रत्याशी रामविचार नेताम (Ramvichar Netam) का बयान है और उनका कहना है कि ऐसा करने से कांग्रेस को ही नुकसान होगा क्योंकि जिन नेताओं के टिकट काटे गए हैं वे अपने क्षेत्र के प्रभावशाली और कद्दावर नेता रहे हैं.
हित की लड़ाई लड़ने वालों का काटा टिकट- नेताम
रामविचार नेताम ने कहा, ”बलरामपुर जिले के साथ-साथ प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है. कांग्रेस की नीति रही है कि जो भी नेता कद्दावर होने लगते हैं, उनके पर काट दिए जाते हैं. मैं समझता हूं कि तीनों विधानसभा के जो प्रत्याशी रहे हैं वे कद्दावर हैं और लोगों के हित में लड़ाई लड़ने वाले रहे हैं. ऐसे लोगों का टिकट काटकर कांग्रेस ने एक आत्मघाती निर्णय लिया है.”
जनता देगी जवाब- नेताम
नेताम ने आगे कहा, ” इसका जवाब तो जनता देगी. क्योंकि जिस वर्ग से या जहां से ये आते हैं, सबका अपना-अपना वर्चस्व रहा है. काफी कद्दावर लोग रहे हैं. उसका परिणाम तो कांग्रेस को झेलना पड़ेगा. एक जीते हुए प्रत्याशी का टिकट काटकर कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है. इस बात से उनके क्षेत्र के कार्यकर्ता, और जो लोग पांच साल से उनके संपर्क में रहे हैं, उनमें भारी आक्रोश और गुस्सा है.” छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान कराए जाने हैं. पहले चरण के तहत 7 नवंबर और दूसरे चरण के तहत 17 नवंबर को मतदान होगा. पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.