छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) संभाग के 12 विधानसभा सीटों में प्रथम चरण में सात नवंबर को होने वाले मतदान के लिए 20 अक्टूबर को नामांकन के आखिरी दिन कुल 128 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है. इनमें सबसे ज्यादा भानुप्रतापपुर विधानसभा से कुल 17 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है, जबकि अंतागढ़ विधानसभा से 15 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं बस्तर संभाग की सबसे हाई प्रोफाइल और एक मात्र सामान्य सीट जगदलपुर विधानसभा से कुल 14 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
इसी तरह दंतेवाड़ा (Dantewada) से 10, बीजापुर (Bijapur) से 11, कोंटा से 10, केशकाल से 11, कांकेर (Kanker) से 10, कोंडागांव से 13, चित्रकोट से 9 और नारायणपुर से 12 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा है. इनमें से कई प्रत्याशियों ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत कर नामांकन दाखिल किया है. हालांकि 23 अक्टूबर को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है. ऐसे में सभी बड़े राजनीतिक दल के नेता अपने बागी प्रत्याशियों को मनाने की जुगत में लग गए हैं. ऐसे में नाम वापसी के आखिरी दिन साफ हो पाएगा कि इस साल के विधानसभा चुनाव में बस्तर के 12 विधानसभा सीटों में कितने प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं.
सात नवंबर को पहले चरण का मतदान
दरअसल, बस्तर में सात नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए 20 अक्टूबर को प्रत्याशियों के नामांकन का आखिरी दिन था. 20 अक्टूबर को संभाग की सभी 12 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों ने अपना शक्ति प्रदर्शन कर नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस के प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल के दौरान खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मौजूद रहे. मुख्यमंत्री तीनों प्रत्याशी कोंडागांव के प्रत्याशी, कांकेर और दंतेवाड़ा के प्रत्याशियों के नामांकन के समय मौजूद रहे. वहीं बीजेपी प्रत्याशियों के नामांकन में भी केंद्रीय मंत्री अमित शाह, अनुराग ठाकुर से लेकर पार्टी के सभी दिग्गज नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री मौजूद रहे.
नाराज प्रत्याशियों को मनाने में जुटे सीएम
सभी प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल के दौरान अपना दमखम दिखाया. 20 अक्टूबर को नामांकन दाखिल के बाद अब 23 अक्टूबर को नाम वापसी का आखिरी दिन है. ऐसे में पार्टी से बगावत करने वाले प्रत्याशियों से मान मुनव्वल भी शुरू कर दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को बस्तर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता टीवी रवि से काफी देर तक बातचीत की और नाम वापस लेने को भी कहा. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टीवी रवि नाम वापस ले रहे हैं या नहीं.
इसके अलावा अंतागढ़ विधानसभा में भी कांग्रेस से टिकट कटने से नाराज अनूप नाग भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और उनसे भी पार्टी के बड़े पदाधिकारी नाम वापस लेने के लिए बातचीत कर रहे हैं. हालांकि 23 अक्टूबर को यह साफ हो जाएगा कि पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले कितने प्रत्याशियों ने नाम वापस लिया है और कितने प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. नामांकन दाखिल करने के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस के अधिकांश प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर है.
बस्तर में इन प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर
इसमें सबसे ज्यादा जगदलपुर विधानसभा( सामान्य सीट) से बीजेपी के किरण देव और कांग्रेस के जतिन जायसवाल के बीच कड़ा मुकाबला है. इसके अलावा बस्तर विधानसभा से कांग्रेस के लखेश्वर बघेल और बीजेपी के मनीराम कश्यप के बीच मुकाबला है. वहीं चित्रकोट विधानसभा से पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज और बीजेपी के विनायक गोयल के बीच खड़ा मुकाबला है. वहीं कोंडागांव विधानसभा में पूर्व मंत्री लता हुसैनी और कांग्रेस से मोहन मरकाम के बीच कांटे की टक्कर है. इसके अलावा नारायणपुर विधानसभा में भी बीजेपी के केदार कश्यप और चंदन कश्यप के बीच कड़ा मुकाबला है.