छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तीसरी सूची के एलान के साथ ही प्रदेश की सभी 90 विधानसभा के सीटों के लिए अपने 90 उमीदवारों के नामों की घोषणा कर दी, लेकिन महिला प्रत्याशियों का आंकड़ा सिमट कर 17 ही रह गया, जबकि महिला आरक्षण बिल के संसद में पास होने जाने के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा (Selja Kumari) ने दावा किया था कि 11 लोकसभा सीटों पर दो-दो महिलाओं को टिकट दिया जाएगा.
कांग्रेस ने उतारीं 17 महिला प्रत्याशी
ऐसे में विधानसभा चुनाव में महिला प्रत्याशियों का आंकड़ा 17 पर सिमट जाना जहन में एक सवाल पैदा करता है कि क्या कांग्रेस की जीत के फॉर्मूले में महिलाएं फिट नहीं बैठ पाई हैं. वहीं बीजेपी ने विधानसभा चुनाव अब तक घोषित अपनी 87 सीटों पर 15 महिला प्रत्याशियों को उतारा है. अब कांग्रेस ने अपनी तीसरी और आखिरी सूची भी जारी कर दी है. इस आखिरी सूची में कांग्रेस ने तीन और महिला उमीदवारों को मैदान में उतारा है.
बैकुंठपुर विधानसभा सीट से अंबिका सिंह देव को मौका
इसमें महिला उमीदवारों की बात करें तो बैकुंठपुर विधानसभा सीट से अंबिका सिंह देव को उमीदवार बनाया है. वहीं महासमुंद विधानसभा सीट से रश्मि चंद्राकर को और सिहवा विधानसभा सीट से अंबिका मरकम को चुनावी मैदान में उतारा है. रविवार को रायपुर पहुंची कुमारी सैलजा ने इन सात सीटों पर कितनी महिलाएं होगीं इसका कोई जिक्र नहीं किया था. इस मामले पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर में है.
बता दें कांग्रेस ने साल 2018 के चुनाव में केवल 13 महिलाओं को ही टिकट दिया था. कांग्रेस की 13 महिला उमीदवारों में से 10 से जीत हासिल की थी. वहीं बीजेपी की 14 महिला उमीदवारों में से केवल एक उमीदवार को जीत मिली थी.