छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चुनाव से पहले बड़ा दावा किया है. ईडी का दावा है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तक ने सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया. इस खुलासे के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में भूचाल आ गया है क्योंकि 7 नवंबर को ही राज्य में पहले चरण का चुनाव है. अब इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह (Raman Singh) का बयान आया है और उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी लेकिन ईडी ने इस विषय़ को उठाकर कार्रवाई की है.
रमन सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा, ”महादेव ऐप के तार सीधे-सीधे सीएम के सचिवालय से जुड़े हुए थे. यह स्पष्ट हो गया है कि ऐप को सीएम का संरक्षण प्राप्त था और पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी. 508 करोड़ रुपये सीएम बघेल के नाम पर ट्रांसफर हुआ है. उनकी संलिप्तता पाई गई है. ईडी ने जांच की होगी, तभी जानकारी हुई होगी.”
राज्य में चार दिन के बाद मतदान होना है. कांग्रेस ईडी के इस खुलासे की टाइमिंग पर सवाल उठा रही है. इस कार्रवाई को राजनीतिक वॉर के रूप में देखा जा रहा है. इस पर रमन सिंह ने कहा, ”पहले से ही सीएम का सचिवालय इसमें शामिल है. यह छत्तीसगढ़ की जनता के लिए नई बात नहीं है.”
कांग्रेस सवाल कर रही है कि इतने वर्षों तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई चुनाव के वक्त ऐसा क्यों हो रहा है? इस सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए रमन सिंह ने कहा कि स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी. ईडी ने खुद यह विषय लिया, छत्तीसगढ़ के लोग जानते हैं कि राज्य में क्या हो रहा है. 508 करोड़ का मामला छोटा नहीं है तो उन्हें ईडी के पास जाना होगा.”
रमन सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, ”आपने 5 वर्षों तक आरोप लगाए एक भी सिद्ध नहीं कर पाए. लेकिन आज अपने गिरेबान में झांककर देखिए ईडी ने आपके और सट्टा माफिया के बीच सांठ-गांठ की पोल खोल दी है. 508 करोड़ रुपये की चोरी पकड़ने जाने के बाद आपकी झुंझलाहट साफ दिखाई दे रही है.”