7 नवंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होना है. कल प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों में से 20 सीट पर वोट डाले जाएंगे, जिसमें 12 सीट बस्तर संभाग की है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है. बस्तर के 12 विधानसभा सीटों पर दो स्लॉट में वोट डाले जाएंगे.
दो स्लॉट में डोले जाएंगे वोट
बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में से 9 विधानसभा सीटों में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 तक मतदान होगा. इन 9 विधानसभा सीटों में कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव शामिल है. वहीं बस्तर जिले के 3 विधानसभा सीट पर सुबह 8 बजे से शाम 5 तक मतदान होगा. इन तीन सीट में जगदलपुर, चित्रकोट और बस्तर विधानसभा शामिल है.
सभी 12 विधानसभा सीट है नक्सल प्रभावित
गौरतलब है कि, बस्तर संभाग के सभी 12 विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित है. नक्सली अंदरूनी इलाक़ो में हमेशा से ही चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे हैं और इस बार भी मतदान से पहले अपनी सक्रियता दिखाते हुए लगातार एक के बाद एक वारदातों का अंजाम दिया है. हालांकि, इस बार बस्तर आईजी ने लोगों को आश्वस्त किया है और कहा है कि चुनाव आयोग ने बस्तर में पर्याप्त सुरक्षा बल भेजी है और इसके अलावा पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उड़ीसा की स्पेशल फोर्स भी सीमावर्ती इलाकों में मोर्चा संभाली हुई है.
आईजी सुंदरराज पी ने बस्तर की जनता से अपील करते हुए कहा कि बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाके में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम कर दिए गए हैं. इसलिए मतदाता को बिना किसी डर और भय के अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्र पहुंच कर अपना संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाते हुए वोट डालें. बता दें, छत्तीसगढ़ की बाकी बची 70 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा. वहीं इसका परिणाम 3 दिसंबर को सबके सामने आएगा.