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इस कलेक्टर के ट्रांसफर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जताई खुशी, जमकर की आतिशबाजी

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद बुधवार की देर रात अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की गई है. 80 से ज्यादा आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर करने के साथ उनके विभाग भी बदले गए हैं. बस्तर संभाग के 7 जिलों में से 5 जिलों के भी कलेक्टर बदले गए हैं लेकिन पहली बार ऐसा देखने को मिला जब किसी कलेक्टर के तबादले से क्षेत्र के निवासियों और कांग्रेसियों ने सरकार की इस फैसले का स्वागत करते हुए आतिशबाजी कर अपनी खुशी जाहिर की. बाकायदा शहर के मुख्य मार्ग में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दंतेवाड़ा कलेक्टर विनीत नंदनवार का तबादला होने के बाद खुशी जाहिर करते आतिशबाजी की.

दरअसल, दंतेवाड़ा में महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर दंतेश्वरी कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. करोड़ों रुपए के लागत से बन रहे इस कॉरिडोर में कलेक्टर विनीत नंदनवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इसकी जांच भी की जा रही है और जांच के बीच ही कलेक्टर विनीत नंदनवार को मंत्रालय अटैच कर दिया गया है. मयंक चतुर्वेदी को दंतेवाड़ा का नया कलेक्टर बनाया गया है.

दंतेश्वरी कॉरिडोर निर्माण कार्य में आरोप लगाया गया था कि सारे नियमों को ताक में रखकर एक ही ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए टुकड़ों में काम दे दिया गया. इस मामले की जांच की गई और इसके बाद खुद अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने भी इस मामले में जांच के आदेश देते हुए पांच  दिन में मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी. जांच जारी रहने के दौरान ही प्रदेश सरकार ने बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करते हुए दंतेवाड़ा कलेक्टर विनीत नंदनवार को मंत्रालय अटैच कर दिया.

लिस्ट जारी होने के अगले दिन सुबह दंतेवाड़ा शहर के मुख्य मार्ग में कांग्रेसियों ने जमकर आतिशबाजी की. इस दौरान खुद जिला पंचायत अध्यक्ष और स्वर्गीय महेंद्र कर्मा की पुत्री तूलिका कर्मा भी मौजूद  रहीं. यह पहला मौका है जब बस्तर में किसी कलेक्टर के तबादले के बाद  क्षेत्र के वासियों और कांग्रेसियों ने इस तरह की आतिशबाजी कर खुशी जाहिर की है. दंतेश्वरी कॉरिडोर में भ्रष्टाचार के मामले में अभी भी जांच जारी है, जिसकी रिपोर्ट अब तक नहीं आ पाई है. रायपुर नगर निगम की आयुक्त रहे मयंक चतुर्वेदी को दंतेवाड़ा जिले की कमान सौप दी गई है.

 

कलेक्टर विनीत नंदनवार के साथ बीजापुर कलेक्टर रहे राजेंद्र कुमार कटारा को भी हटाया गया है. कलेक्टर के खिलाफ पूर्व वन मंत्री और बीजेपी नेता महेश गागड़ा ने मोर्चा खोला हुआ था. वे लगातार आरोप लगा रहे थे कि कलेक्टर बीजापुर निर्माण कार्यो में  भ्रस्टाचार तो कर रहे हैं, साथ ही साथ कांग्रेस के पक्ष में भी काम कर रहे हैं. लगातार शिकायत के बाद बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा को हटाते हुए अब अनूराग पांडे को बीजापुर जिले का कलेक्टर बनाया गया है.

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