Home छत्तीसगढ़ न लंबी लाइन-न घंटों इंतजार, एक OTP से जेल में बंद कैदी...

न लंबी लाइन-न घंटों इंतजार, एक OTP से जेल में बंद कैदी से मिल सकेगा परिवार

28

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की जिला जेल के बंदियों से मुलाकात करने के लिए अब परिजनों को वहां जाकर इंतजार करना नहीं पड़ेगा. वे कैदी से मुलाकात के लिए अब ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. इस आवेदन पर उन्हें तारीख और समय दोनों मिल जाएंगे. उसके बाद वे तय तारीख पर जाकर वहां ओटीपी दिखाकर कैदी से मिल सकेंगे. जिला जिले प्रशासन ने बंदियों के परिजनों की सुविधा के लिए यह नई पहल शुरू की है. इस तरह उन्हें लाइन लगाकर समय खराब नहीं करना पड़ेगा. राजनांदगांव जिला जेल अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत ने बताया कि जिला जेल में ये नई पहल की गई है.

बंदी के परिजन घर बैठे-बैठे मोबाइल के माध्यम से ईप्रीजन सॉफ्टवेयर में अपनी मुलाकात दर्ज करवा सकते हैं. इसके लिए उन्हें यहां आकर कतार में लगने की जरूरत नहीं. वह ऑनलाइन बंदी की डिटेल डालकर फॉर्म को भर सकते हैं. उसके बाद एक ओटीपी आएगा. इस ओटीपी को दिखाकर वे परिजनों से मुलाकात कर सकेंगे. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की जेलों की हालत फिलहाल बदतर है. इन जेलों में ठूंस-ठूंसकर कैदी भरे गए हैं. ऐसी परिस्थिति में जब परिजन उनसे मुलाकात करने आते हैं तो स्थिति और भयावह हो जाती है.

न कैदी परेशान होंगे, न परिजन
राजनांदगांव जेल प्रशासन का कहना है कि इस नई पहल से सभी का काम आसान हो जाएगा. यहां पहले की तरह भीड़ नहीं लगेगी. न लोग परेशान होंगे. इससे पहले लोग यहां आते थे. उसके बाद फॉर्म भरते थे. फिर उन्हें किसी न किसी कारण से घंटों तक इंतजार करना पड़ता था. अब ये सब नहीं होगा. खासकर, त्योहारों पर कैदियों और उनके परिजनों को परेशानी से राहत मिलेगी.

यह है छत्तीसगढ़ की जेलों की स्थिति
एनसीआरबी (National Crime Records Bureau) की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ को जेलों को ठीक कर लेना चाहिए. यहां स्थिति बदतर है. प्रदेश की जेलों में कैदियों को रखने की क्षमता 14 हजार के आसपास है, जबकि, वर्तमान में यहां 20 हजार से ज्यादा कैदी रह रहे हैं. जेल प्रशासन को जेलों की स्थिति सुधारने और निर्माण के लिए 900 करोड़ रुपये से ऊपर मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक 170 करोड़ रुपये के आसपास ही खर्च हुए हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here