सुकमा में जवानों पर हुए नक्सली हमले ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को झकझोर दिया है. इस हमले में 30 जनवरी को 3 जवान शहीद हो गए थे और 14 घायल हो गए थे. इस घटना के बाद अब मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि अब माओवादियों पर हमले तेज होंगे. माओवादी खात्मे की ओर हैं. जब से प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनी है वे बौखला गए हैं. उन्होंने कहा कि माओवादियों के खात्मे को लेकर सरकार नई रणनीति बनाएगी. मुख्यमंत्री साय ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम टेकलगुड़ेम में मुठभेड़ में घायल जवानों से अस्पताल में मुलाकात की.
उन्होंने जवानों के बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों को निर्देश दिए. इस दौरान उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद थे. सीएम साय ने इस मुठभेड़ की कड़ी निन्दा की. उन्होंने घटना में शहीद होने वाले 3 जवानों की शहादत पर दुख प्रकट किया. सीएम विष्णुदेव साय 31 जनवरी को बस्तर और रायपुर का दौरा करेंगे. वे सुबह 8.35 बजे बस्तर जाएंगे. वहां वे शहीद जवानों के शहादत कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद सुबह 11.45 बजे वापस रायपुर आएंगे. शाम 4 बजे छत्तीसगढ़ के प्रांतीय कार्यालय ‘तरुण भारत’ के उद्घाटन कार्यक्रम शामिल होंगे. शाम 5 बजे वे मंत्रालय जाएंगे. यहां मंत्रिपरिषद की बैठक में शामिल होंगे. रात 8 बजे साइंस कॉलेज ग्राउंड स्थित स्वदेशी मेला के समापन समारोह में शामिल होंगे. रात 9.15 बजे अस्थायी मुख्यमंत्री निवास पहुना आएंगे.
3 जवान शहीद, 14 घायल
छत्तीसगढ़ के सुकमा में 30 जनवरी को जवानों और नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई. गोलीबारी में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि, 14 जवान घायल हैं. जवान जिला मुख्यालय से करीब 120 किमी दूर नक्सल प्रभावित इलाके टेकलगुड़ा में कैंप स्थापित करने पहुंचे थे. दोपहर करीब 12 बजे नक्सलियों ने उन पर चौतरफा हमला बोल दिया. उनके पास अत्याधुनिक हथियार थे. उनसे वे जवानों पर तड़ातड़ गोलियां चलाने लगे. कैम्प की सुरक्षा में लगे कोबरा और एसटीएफ के जवानों ने भी जवाब में गोलीबारी की. यह गोलीबारी शाम 4 बजे होती रही. बता दें, सुकमा पुलिस ने टेकुलगुडम में सुरक्षाबल के जवानों का नया कैंप आज ही खोला था. कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के जवान कैंप के नजदीक जोनागुडा-अलीगुडा की ओर गश्त करने निकले. इसी दौरान जवानों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया.