पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने सीपीआई पार्टी से सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने अपने केंद्रीय नेतृत्व की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त की है. मनीष कुंजाम के इस्तीफा देने से सीपीआई को बड़ा झटका लगा है. हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेता उनको मनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
इस्तीफा देने के बाद मनीष कुंजाम ने कहा, पार्टी की गैरजिम्मेदारी के चलते छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह नहीं मिल पाया था. आगे उन्होंने कहा, जल, जंगल, जमीन की लड़ाई जारी रहेगी. बस्तर के हित में लड़ाई हमेशा जारी रहेगी. भूमकाल लड़ाई का महीना चल रहा है एक नई शुरुआत करेंगे.
बता दें कि, 2023 विधानसभा चुनाव में सीपीआई से जुड़े मनीष कुंजाम कोण्टा विधानसभा से चुनाव लड़ें थे. सीपीआई की राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता खत्म होने और चुनाव आयोग की प्रक्रिया पूरी नहीं करने की वजह से कुंजाम को निर्दलीय लड़ना पड़ा था.