विधानसभा में आज सीजीपीएससी भर्ती घोटाले का मामला उठा. सीएम विष्णु देव साय ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती परीक्षाओं में धांधली की पिछले तीन साल में 48 शिकायतें आई है.
भाजपा सदस्य धरमलाल कौशिक के सवाल के लिखित जवाब में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि लोकसेवा आयोग के खिलाफ प्राप्त शिकायत के आधार पर सरकार ने 3 जनवरी को सीबीआई जांच का फैसला लिया है. लोकसेवा आयोग के खिलाफ 48 शिकायतें आई हैं. शिकायतकर्ताओं ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन में सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा राज्य सेवा परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत की गई है. शिकायत में कहा गया है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में पीएससी चेयरमैन, सचिव राजनेता और अन्य ने मिलकर अपने पुत्र-पुत्री व रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर व अन्य पदों पर फर्जी तरीके से भर्ती किया है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
इन्होंने की थी राज्यपाल, सीएम और मुख्य सचिव से शिकायत
शिकायतकर्ताओं में विकेश साहू (रामानुजगंज), वीरेन्द्र कुमार पटेल, मुकेश दासवानी (गरियाबंद), दिनेश देवांगन (दुर्ग), काशी निषाद (मोहला मानपुर), मनीष साहू (सूरजपुर ), मानकू (नारायणपुर), जगमोहन बघेल (बस्तर), प्रकाश कुमार चन्द्रवंशी (कबीरधाम), विवेक सिंह (कोरिया), चन्द्रकांत डिक्सेना (कोरबा), भूपेन चंद्राकर (महासमुंद), मनोज कुमार गुप्ता (खैरागढ़), जगन्नाथ महिलांग ( भाटापारा- बलौदाबाजार), विकास शर्मा (जांजगीर-चांपा), संस्कार अग्रवाल (सूरजपुर), हितेश सिंह (कोरिया), विकास शर्मा (जांजगीर-चांपा) आदि शामिल हैं.