पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया है. यह योजना से उन्हें आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और मार्केटिंग में सहूलियत मिलेगी. इस योजना में कुल 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय करने वालों को पुरानी तकनीक से उठकर आगे नई तकनीक के साथ काम करने के बारे में सिखाया जा रहा है. इसी कड़ी में कोरबा में भी योजना का लाभ लेने और वर्तमान में दर्जी का कार्य करने वाले लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
कोरबा में इतने लोगों ने किया आवेदन
लाइवलीहुड कॉलेज के प्रिंसिपल ए. के.मिश्रा ने बताया कि पीएम विश्वकर्म योजना के तहत 18 प्रकार के परंपरागत कार्य करने वाले लोगों के लिए यह बेहतर विकल्प है. कोरबा जिले में आवेदन मांगे गए थे, जिसमें कल 17 हजार लोगों ने आवेदन किया. इनमें सबसे ज्यादा 12 हजार लोगों ने दर्जी के कार्य के लिए आवेदन किया है. अब तक 2 हजार लोगों का वेरिफिकेशन कर लिया गया है. इसके बाद वर्तमान में 650 हितग्राहियों को दर्जी की ट्रेनिंग मिल रही है. जिले में दर्जी का कार्य करने वाले हितग्राहियों को पुरानी तकनीकी को छोड़ कर नई तकनीक के साथ काम करना सिखाया जा रहा है.
प्रशिक्षण ले रही नाज फातिमा ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसके बाद उन्हें प्रशिक्षण के लिए चुना गया. वह पहले से ही दर्जी का काम करती आई हैं. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें नई आधुनिक मशीनों के बारे में बताया जा रहा है और नई चीजें सिखने को मिल रही हैं. उन्हें अब इस बात का भरोसा है कि यहां से प्रशिक्षण के बाद जब वह नई चीज लोगों को सील कर देंगी, तो उनकी अच्छी कमाई भी होगी.
क्या है योजना
पीएम विश्वकर्म योजना के तहत पारंपरिक कामगारों को ट्रेनिंग दी जाती है और हर महीने में 500 रुपए की आर्थिक मदद भी मिलती है. इस योजना के तहत कारीगरों को 5-7 दिनों की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके लिए स्किल ट्रेनिंग की शुरुआत में ई-वाउचर के तौर पर 15,000 रुपये तक का टूलकिट भी दिया जाता है. इस योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को अपना व्यवसाय आगे बढ़ाने के लिए 3 लाख तक का लोन दिया जाएगा.
ऐसे करें आवेदन
योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट www.pmvishwakarma.gov.in पर जाना होगा और आवेदन पत्र भरना होगा.