होली त्यौहार की बात हो और छत्तीसगढ़ के गोठान की बात न हो, ऐसा कभी नहीं हो सकता है. हर साल होली में जरवाय के गोठान में निर्मित हर्बल गुलाल की डिमांड अब छत्तीसगढ़ के बाहर भी बढ़ने लगी है. इस बार जयपुर में खाटूश्याम के दरबार में फागोत्सव की धूम मचेगी. इसमें छत्तीसगढ़ की महिलाओं द्वारा तैयार हर्बल गुलाल का उपयोग किया जाएगा. इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने इस बार की होली में पांच रंगों का गुलाल आर्डर किया था.
300 किलो हर्बल गुलाल का आर्डर मिलने के बाद इसे तैयार करने में गोवर्धन महिला क्षेत्र स्तरीय संघ के सभी सदस्यों ने सहयोग किया. समय पर आर्डर पूरा करने से इस बार भी समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किया गया हर्बल गुलाल छत्तीसगढ़ से बाहर भेजा गया. पहले संबलपुर की आर्मी से 300 किलो हर्बल गुलाल के लिए आर्डर मिला था. इस बार जयपुर से ज्यादा मात्रा में आर्डर मिलने से उसे पूरा किया गया.
ऐसे तैयार करते हैं गुलाल
अध्यक्ष धनेश्वरी रात्रे ने Local 18 को आगे बताया कि हरा, पीला, लाल, भगवा और गुलाबी हर्बल गुलाल विगत दो साल से बना रहे हैं. कॉर्न फ्लेक्स आरारोट का इस्तेमाल करते हुए इसे बनाने में हर्बल कलर मिलाते हैं. सुंगध के लिए हर बार की तरह ही इस साल भी मोंगरा, गुलाब की खुशबू का उपयोग किया गया है. कलर मिक्स करने में गोबर के वाष्प से प्राप्त होने वाले पानी को मिलाने से यह त्वचा के लिए हानिकारक नहीं होता, इसलिए लोग इसे खरीदने में रुचि लेते हैं.
खाटूश्याम मंदिर में भी जाएगा गुलाल
अध्यक्ष धनेश्वरी रात्रे ने आगे बताया कि संबलपुर में आर्मी के अलावा जयपुर में खाटूश्याम मंदिर को भी 190 रुपए किलो की दर से गुलाल बेचा गया है. बाजार से कम दाम पर मिलने से लोग इसे खरीदने के लिए आर्डर करते हैं. इस बार शासन से मदद नहीं मिलने और आर्थिक दिक्कतों को देखते हुए बड़ा आर्डर मिलने के बाद सिर्फ उसे पूरा करने के लिए गुलाल तैयार किया गया. अभी 5 से 10 किलो गुलाल के लिए आर्डर करने वालों को पैकेट बनाकर दे रहे हैं.