छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सीट में प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है. इस लोकसभा क्षेत्र की सात विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी बड़ी चुनौती है. चुनाव से पहले ही बस्तर लोकसभा के कई नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली चुनाव बहिष्कार की धमकी देते हुए अंदरूनी इलाकों में पर्चे फेंक रहे हैं. हालांकि, विधानसभा चुनाव की तुलना में इस चुनाव में 60% अतिरिक्त फोर्स की तैनाती अंदरूनी इलाकों में की जा रही है.
वहीं मतदान केंद्रों की सुरक्षा का जिम्मा छत्तीसगढ़ और सेंट्रल फोर्स को सौंपा गया है. इसके अलावा दूर-दराज के इलाको में शत प्रतिशत मतदान कराने के लिए आठ से ज्यादा वायु सेना के MI-17 हेलिकॉप्टर भी तैनात किए जा रहे हैं. इन हेलीकॉप्टर की मदद से फोर्स को और मतदान दलों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने का काम किया जाएगा. हालांकि, सुरक्षा कारणों से बस्तर पुलिस के अधिकारियों ने इसका खुलासा नहीं किया है कि किन-किन जिलों के मतदान केंद्रों में हेलीकॉप्टर से मतदान दलों को पहुंचाने का काम किया जाएगा.
चुनाव बहिष्कार को लेकर नक्सलियों ने फेंके पर्चे
बस्तर लोकसभा सीट पर प्रथम चरण में मतदान होना है. ऐस में चुनाव आयोग बस्तर में सुरक्षा को लेकर लगातार अंदरूनी इलाकों में ड्रोन, हेलीकॉप्टर और जवानों के माध्यम से नक्सल गतिविधियों पर नजर रख रही है. साथ ही नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश देने के लिए लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. बीते साढ़े तीन महीनों में एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ और डीआरजी के जवानों ने 50 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. हालांकि अपने साथियों के मौत से बौखलाए नक्सली अंदरूनी इलाकों में छुटपुट वारदातों को अंजाम भी दे रहे हैं.
इन्हीं वारदातों को ध्यान में रखते हुए पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए बस्तर में आठ से अधिक MI-17 हेलीकॉप्टर इस बार तैनात किये जा रहे हैं. बता दें बस्तर संभाग में हर बार चुनाव में पुलिस हेलीकॉप्टर की मदद लेती है, लेकिन इस बार नक्सलियों के बौखलाहट को देखते हुए दूर-दराज के इलाकों में हेलीकॉप्टर से ही मतदान दलों और फोर्स को पहुंचाया जाएगा.
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इन हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान दलों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में बनाए गए मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा. साथ ही पहुंचविहीन इलाके में जवानों को पहुंचाने का काम हेलीकॉप्टर के माध्यम से किया जाएगा. हालांकि सुरक्षागत कारणों से आईजी ने यह नहीं बताया कि बस्तर लोकसभा के किन इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि मतदान दल की सुरक्षा और जवानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इस बार घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में बने मतदान केंद्रों और इलाक़ो में हेलीकॉप्टर की मदद ली जाएगी.
विधानसभा चुनाव में भी हुई थी तैनाती
बस्तर में पहले ही वायु सेना के चार MI-17 हेलीकॉप्टर अपनी सेवा दे रहे हैं. वहीं चुनाव को देखते हुए 4 से 5 अतिरिक्त हेलीकॉप्टर चुनाव आयोग बस्तर में तैनात कर रही है इधर विधानसभा चुनाव में भी वायु सेवा के MI-17 हेलीकॉप्टर के पायलट अपनी अहम भूमिका निभा चुके हैं. यही वजह रही कि अंदरूनी क्षेत्रो में जिन इलाकों में नक्सली घटना का डर रहता है उन इलाकों में भी सुरक्षित मतदान सम्पन्न कराकर पोलिंग पार्टी और जवानों को हेलीकॉप्टर की मदद से वापस लाया गया था. बस्तर आईजी ने बताया कि इस बार भी पूरी कोशिश है कि लोकसभा चुनाव में इन हेलीकॉप्टर की मदद से जवानों और पोलिंग पार्टी को सुरक्षित लाया जा सके.