आज के दौर में लोग सफलता पाने के लिए शॉर्टकट्स अपनाना चाहते हैं. कम समय में बड़ा मुनाफा कमाने के चलते ऑनलाइन ट्रेडिंग, पैसा डबल जैसे लोकलुभावन झांसे में आ जाते हैं और ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं. cyber ट्रेडिंग में आजकल ट्रेंड चल रहा है जिसमें व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर cyber ट्रेडिंग की जानकारी देते हैं फिर छोटा-छोटा इन्वेस्ट कराकर रिवॉर्ड के साथ लाभ पहुंचाते हैं. फिर बड़े लाभ की लालच में बड़ा अमाउंट जमा करवाते हैं जिसके बाद लोग ऑनलाइन फ्रॉड के दलदल में फंस जाते हैं. अगर आप भी इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार होने से बचना चाहते हैं तो यह जान लें.
रायपुर एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि आजकल ऑनलाइन फ्रॉड के केस ज्यादा देखे जाते हैं. उन्होंने कहा कि लोग अपना ओटीपी शेयर करते हैं, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के पीछे में सीवीवी नंबर होता है उसे शेयर करते हैं, अपने अकाउंट की जानकारी अनजान व्यक्ति से शेयर कर देते हैं. cyber ट्रेडिंग में आजकल ट्रेंड चल रहा है जिसमें कुछ लोग व्हाट्सएप ग्रुप बनाते हैं और पहले कुछ cyber ट्रेडिंग की जानकारी देते हैं जानकारी के बाद कुछ लोगों से छोटा-छोटा इन्वेस्ट कराकर उन्हें लाभ पहुंचाते हैं और बाद में अचानक से उसी छोटे-छोटे लाभ के आस में बड़ा लाभ की लालच में बड़ा अमाउंट जमा करा देते हैं लिहाजा वे फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं. इसमें यही अपील है कि लोग किसी भी प्रकार से ऑनलाइन साइट या वेबसाइट में अपना निजी डाटा न डालें.
इस नंबर पर दर्ज कराए शिकायत
साथ ही यह भी ध्यान रखें कि कोई भी ऐसी संस्था नहीं है जो आपको कम समय में बहुत ज्यादा लाभ दिलाए. इस आशा के साथ कोई इन्वेस्टमेंट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से दूर बैठे अनजान व्यक्ति को दे देना उचित नहीं है. अगर इस प्रकार के मामले की रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर आती है तो उस अकाउंट के पैसे को ब्लॉक कराने की प्रक्रिया की जाती है. लेकिन आमतौर पर देखा जाता है कि जैसे ही पैसे ठगी करने वाले के अकाउंट में ट्रांसफर होते हैं तुरंत उसे विड्रॉ कर लेते हैं इस प्रकार लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं. इसलिए ऑनलाइन ट्रेडिंग करना या किसी को निजी डेटा भेजना बेहद रिस्क होता है. अगर किसी के साथ किसी भी प्रकार का ऑनलाइन ठगी होती है तो शिकायत टोल फ्री नंबर 1930 पर दर्ज की जाती है. साथ ही साइबर सेल या नजदीकी थाने में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.