अगर मैं कहूं कि कांग्रेस ही भ्रष्टाचार की जननी है तो ये कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. आजादी के बाद जितने कांग्रेसी प्रधानमंत्री हुए, उनमें स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक अधिकांश पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे. स्व. राजीव गांधी के कार्यकाल में बोफोर्स घोटाले के कारण उनकी सरकार चली गई. यहां तक कि खुद राजीव गांधी स्वीकार करते थे कि मैं दिल्ली से 1 रुपए भेजता हूं तो लोगों तक केवल 15 पैसा ही पहुंच पाता है. मनमोहन सिंह सरकार में भी अनेक घोटाले हुए, उस समय जब भी कोई समाचार पत्र या टीवी में न्यूज चैनल देखते तो हर दिन कोई नया स्कैंडल सामने आता था. कोलगेट घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम घोटाला, अगस्ता हेलीकॉप्टर खरीदी घोटाला जैसे आरोप मनमोहन सरकार पर लगे. इन्होंने जमीन छोड़ा ना आसमान, हर जगह घोटाला और भ्रष्टाचार किया. ये बातें सीएम विष्णुदेव साय ने कही.
एक साक्षात्कार में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब 2018 में विधानसभा चुनाव हुए तो जनता ने कांग्रेस पार्टी पर बहुत बड़ा विश्वास करके उन्हें सरकार में बैठाया था, लेकिन यहां भी पांच साल कांग्रेस सरकार ने सिर्फ घोटाले किए. पूर्व मुख्यमंत्री पर भी महादेव सट्टा ऐप में प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप लगा. भारतीय जनता पार्टी में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है. नरेंद्र मोदी ने जब पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में अपना दायित्व संभाला तो उन्होंने कहा था कि “ना खाऊंगा ना खाने दूंगा” और सौभाग्य है इस देश का कि दो कार्यकालों के बाद भी मोदी सरकार व उनके किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार या घोटालों के आरोप नहीं लगे. इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हैं और जो भी इसमें लिप्त पाया जाएगा उस पर हमारी सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.