जीरो शॉर्टेज का लक्ष्य हासिल करने गंभीरतापूर्वक कार्य करने दिए निर्देश
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु नियुक्त जिला एवं समिति स्तर के नोडल अधिकारियों को जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्टर श्री राहुल देव ने कहा कि धान खरीदी के पूर्व उपार्जन केंद्रों में चेकलिस्ट अनुसार सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी केंद्रों में जाकर तैयारियों का भौतिक सत्यापन करें। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को जीरो शॉर्टेज का लक्ष्य हासिल करने गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कहीं भी धान खरीदी में अनियमितता की शिकायत नहीं आनी चाहिए। कानून व्यवस्था बनी रहे। हैं। वास्तविक किसानों को धान विक्रय करने में किसी भी प्रकार से परेशानी न हो। कलेक्टर ने धान खरीदी के दौरान संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में टीम गठित कर कोचियों-बिचौलियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी को महापर्व के रूप में मनाते है। उन्होंने सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ धान खरीदी का कार्य सुचारु रूप से करने, किसानों का संवेदनशीलता से सहयोग करने के साथ ही यदि महिला किसान धान विक्रय करने पहुंचे, तो उन्हें विशेष सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही। जिला वनमण्डलाधिकारी श्री संजय यादव ने कहा कि धान खरीदी शासन का महत्वपूर्ण कार्य है। इस दौरान कोचियों-बिचौलियों द्वारा वन क्षेत्र के मार्गों के द्वारा उपार्जन केंद्र में धान लाकर खपाने की कोशिश की जाती है। इसे नियंत्रित करने के लिए सभी चेकपोस्ट में वन कर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने वन क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को आवश्यक सहयोग करने की बात कही।
प्रशिक्षण में भौतिक सत्यापन ऐप में दिए गए बिंदुओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान बताया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में जिले के 66 समितियों के 105 उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत 01 लाख 10 हजार 103 किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। धान उपार्जन केंद्रों में चेकलिस्ट में दिए गए बिंदु के अनुसार तैयारी होनी चाहिए। उपार्जन केंद्रों में साफ-सफाई, इलेक्ट्रिक तौल मशीन, सीसीटीवी कैमरा, नमी मापक यंत्र, बायोमेट्रिक डिवाइस, बारदाना, धान का मूल्य व टोल फ्री नम्बर प्रदर्शित बैनर-पोस्टर, पेयजल, विद्युत, इंटरनेट, कम्प्यूटर-प्रिंटर, धान की स्टेकिंग व गुणवत्ता, ढेरी लगाकर तौल करने आदि के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्री जी. एल. यादव एवं श्री गिरीश रामटेके, डिप्टी कलेक्टर श्री अजय शतरंज, तीनों अनुविभागों के एसडीएम सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।