25 लाख के घोटाले में सरपंच के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। सरपंच को जहां पद से हटाने का आदेश दिया गया है, तो वहीं गबन की गयी राशि के रिकवरी की भी मांग की गयी है। जानकारी के मुताबिक अकलतरा जनपद के कोटमी सोनार गांव में 15वें वित्त आयोग की राशि से जुड़े 25 लाख रुपये के गबन की शिकायत आयी थी। एसडीएम अकलतरा विक्रांत अनन्त ने सरपंच रामिन बाई नेताम को उनके पद से निलंबित कर दिया है। साथ ही गबन की गई राशि की वसूली के आदेश भी जारी किए गए हैं।
गबन मामले में की गयी जांच में पाया गया कि सरपंच रामिन बाई नेताम और सचिव मोहम्मद इलाही कुरैशी ने पंचायत के बिना प्रस्ताव और बिना कोई कार्य कराए 25 लाख 13 हजार 528 रुपये की राशि का गबन किया। यह जांच चार सदस्यीय टीम द्वारा की गई, जिसे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अकलतरा ने गठित किया था।
जांच रिपोर्ट को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को भेजा गया, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। गबन का पता चलने पर ग्राम पंचायत कोटमी सोनार के उपसरपंच सुनीता रात्रे और अन्य पंचों ने अकलतरा थाने में शिकायत दर्ज कराई और एफआईआर की मांग की।
इसके अलावा 25 अक्टूबर को उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया था। सरपंच निलंबन के बाद शिकायतकर्ता उपसरपंच सुनीता रात्रे ने कहा कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार मुक्त शासन की दिशा में एक कदम है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अकलतरा को छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम के तहत गबन की राशि वसूलने और सचिव पर भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।