रायपुर धर्म संसद में महात्मा गांधी को अपशब्द कहने वाले संत कालीचरण को मप्र के खुजराहों से गिरफ्तार कर छत्तसीगढ़ लाया जाना कोई सामान्य घटना है। यह एक बड़ी घटना है तथा भूपेश सरकार ने इस घटना के जरिए गांधी विरोधियो को यह सन्देश दिया है कि सार्वजिनक रूप से महात्मा गांधी का अपमान कर कोई बच नहीं सकता।
वह कहीं भी चला जाए, कहीं भी छिप जाए कांग्रेस सरकार उसे पकड़कर लाएगी और सजा दिलाने का प्रयास करेगी। कालीचरण की गिरफतारी भूपेश बघेल सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। इससे यह साबित हुआ है कि कांग्रेस महात्मा गांधी का सम्मान करती है तथा उनका अपमान वह सहन नहीं करेगी। इसका परिणाम यह होगा कि अब किसी सार्वजनिक मंच से कोई महात्मा गांधी को अपशब्द कहने की हिम्मत नहीं कर सकेगा। सोशल मीडिया पर भी महात्मा गांधी के खिलाफ गांधी विरोधी अपशब्द कहने से बचेंगे। क्योंकि उन्हें यह डर रहेगा कि कोई कांग्रेसी उसके ख्रिफ शिकायत कर देगा तो उसके खिलाफ पुलसि कार्रवाई करेगी। पहले पुलिस कार्रवाई का डर नहीं था लोग महात्मा गांधी विरोधी पोस्ट को बिना झिझक शेयर करते थे, अब शेयर करते हुए तथा महात्मा गांधी के खिलाफ कुछ लिखते हुए लोग डरेंगे। केंद्र में भाजपा व कई राज्यों में भाजपा सरकार बनने के बाद सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी विरोधी पोस्ट लोग बैखौफ लिखा व शेयर किया करते थे.लोग सोचने व मानने लगे थे कि वह महात्मा गांधी के खिलाफ लिखेंगे व शेयर करेंगे तो कोई कार्रवाई नहीं होगी। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने उनकी इस धारणा को गलत साबित कर दिया है। यह कड़ा संदेश दिया है यदि आप महात्मा गांधी को सार्वजनिक मंच से अपशब्द कहेंगे तो वह कांगेस सरकार व कांग्रेस सहन नहीं करेगी। महात्मा गांधी का अपमान करनेवाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी तथा सजा दिलाएगी। अभी तो कालीचरण के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई है। यदि इस मामले में कालीचरण को किसी तरह की सजा होती है तो इसका असर और ज्यादा पड़ेगा।यह भूपेश सराकार व भूपेश बघेल मुख्यमंत्री की भी एक बड़ी सफलता है। इससे बीकी कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों से भूपेश का कद और ऊंचा हुआ है तथा गांधी परिवार की नजर में उनका महत्व और बढ़ गया है। उनकी कुर्सी को अब कोई खतरा नहीं है। कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद भूपेश बघेल जैसे कांग्रेस नेता के रूप में उभरे हैं जो भाजपा को हर क्षेत्र व हर मामले में कड़ा जवाब दे सकता है।